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नई दिल्ली
जेल में अरविंद केजरीवाल से मिलकर भावुक हुए भगवंत मान, कहा - आतंकियों जैसा हो रहा व्यवहार
नई दिल्ली

जेल में अरविंद केजरीवाल से मिलकर भावुक हुए भगवंत मान, कहा - आतंकियों जैसा हो रहा व्यवहार

स्वदेश डेस्क
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15 April 2024 7:12 PM IST

नईदिल्ली। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सोमवार को जेल में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की। उनकी यह मुलाकात करीब 30 मिनट चली।

मुलाकात के बाद पत्रकारों से बातचीत में मान ने कहा कि जेल में अरविंद केजरीवाल के साथ आतंकवादियों जैसा सलूक किया जा रहा है। उनकी शीशे के पार से फोन पर बात कराई गई, शीशा भी बहुत गंदा था, एक-दूसरे की शक्ल भी अच्छे से नहीं दिख रही थी। अरविंद केजरीवाल का कसूर इतना ही है कि उन्होंने स्कूल-अस्पताल बना दिए, लोगों की बिजली-पानी मुफ्त कर दी। इसलिए उनको दुर्दांत अपराधियों वाली सहूलियतें भी नहीं मिल रही हैं। वहीं, डॉ. संदीप पाठक ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने पूरे समय दिल्ली और पंजाब की जनता के सुख-दुख के बारे में पूछा। उन्होंने पूछा कि लोगों को मुफ्त बिजली, पानी, इलाज और महिलाओं को बस सेवा की सुविधाएं मिल रही हैं या नहीं। अगले हफ्ते से वो दो मंत्रियों को जेल में बुलाकर उनके विभागों की समीक्षा करेंगे।

केजरीवाल के साथ आतंकी जैसा सलूक -

सोमवार को जेल में केजरीवाल से मुलाकात करने के बाद पंजाब के सीएम भगवंत मान ने कहा कि हमारी आधे घंटे की मुलाकात थी। हमें दोपहर 12 से 12ः30 बजे तक मिलने का समय दिया गया था। मैं जैसे ही उनसे मिला, यह देखकर दिल को काफी दुख हुआ कि जो सहूलियतें दुर्दांत अपराधियों तक को दी जाती हैं, सीएम अरविंद केजरीवाल को वो सुविधाएं तक नहीं दी जा रही हैं। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल का क्या कसूर है? उनका कसूर केवल इतना है कि उन्होंने लोगों के लिए अस्पताल, मोहल्ला क्लीनिक और स्कूल बना दिए। सभी के लिए बिजली, पानी मुफ्त कर दिया। आप उनके साथ ऐसा सुलूक कर रहे हैं, जैसे कोई बहुत बड़ा आतंकवादी पकड़ लिया हो।

फोन के जरिए मुलाकात करवाई गई

भगवंत मान ने कहा कि जेल मैनुअल के नियम के अनुसार, जेल में अच्छा आचरण होने पर आरोपित को आमने-सामने मुलाकात की इजाजत दी जा सकती है। जिस समय पी. चिदंबरम जेल में थे और सोनिया गांधी उनसे मिलने आती थीं, तब उन्हें एक कमरे में आमने-सामने बैठाकर मुलाकात करवाई जाती थी। प्रकाश सिंह बादल को भी आमने सामने बैठाकर मिलवाया जाता था। लेकिन आज शीशे के आर-पार से फोन के जरिए ऐसे मुलाकात करवाई गई, जैसे कोई बड़ा अपराधी सामने बैठा हो।

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