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मप्र उपचुनाव 2020
सिंधिया की बदौलत बनी थी कांग्रेस सरकार अब भाजपा की भी उन्हीं की बदौलत: उमा भारती
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सिंधिया की बदौलत बनी थी कांग्रेस सरकार अब भाजपा की भी उन्हीं की बदौलत: उमा भारती

स्वदेश डेस्क
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2 Nov 2020 6:30 AM IST

अशोकनगर l रविवार को जिला मुख्यालय पर हुई पूर्व मुख्यमंत्री उमाश्री भारती एवं राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया की संयुक्त सभा व रोड़-शो में भाजपा को अभूतपूर्व समर्थन मिला। इस सभा को सुनने और रोड़-शो में हिस्सा लेने के लिए मानो समूचा शहर ही उमड़ पड़ा। शहर के हर चौक-चौराहे सभा स्थल की ओर मुड़ते हुए दिखाई देते थे। हजारों का कारवां रोड़-शो के साथ चला तो अनगिनत जनसमूह सभा में बैठे नेताओं को सुनता रहा। सभा के दौरान भाजपा की फायर ब्रांड स्टार प्रचारक व पूर्व मुख्यमंत्री साध्वी उमाश्री भारती ने कहा कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार भी सिंधिया जी की बदौलत बनी थी और भाजपा की सरकार भी सिंधिया की बदौलत ही बनी है। जब कांग्रेस सरकार में गरीबों, जरूरतमंदों और किसानों के साथ किए गए वादे पूरे होते नजर नहीं आए तो सिंधिया जी ने उस कांग्रेस की सरकार को ठोकर मार दी।

उन्होंने ज्योतिरादित्य सिंधिया को अपना भतीजा बताते हुये कहा कि सिंधिया जी ने भाजपा में शामिल होने पर कभी नहीं कहा कि मुझे मुख्यमंत्री बनना है। उनका साफ कहना था कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह जी को बनाया जाए। बस हमने जनता से जो विकास के वादे किए थे उन्हें पूरा किया जाए। कांग्रेस की तरफ से सभा में कांग्रेस नेता प्रमोद कृष्णन द्वारा की गई भाषा की उमा भारती जी ने निंदा करते हुए कहा कि संतों की भाषा कभी इस प्रकार की नहीं हो सकती।

इसका जवाब 3 तारीख को जनता देगी। उन्होंने इस दौरान भाजपा प्रत्याशी जजपाल सिंह जज्जी को विजयश्री का आशीर्वाद देते हुए विजयी माला पहनाई। वहीं सभा को संबोधित करते हुए राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि मप्र में यदि कोई सबसे बड़ा भ्रष्टाचारी है तो वो कमलनाथ है। मुझे जितनी गालियां देना हो दे लें, जितना भला बुरा बोलना हो बोलें। इसका जवाब मेरे परिवार की, मेरे अशोकनगर की जनता 3 तारीख को देगी। उन्होंने कहा कि जज्जी के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने 200 करोड़ के विकास कार्य अशोकनगर विधानसभा के लिए स्वीकृत किए। अभी तो यह विकास का ट्रेलर है, पिक्चर अभी बाकी है। उन्होंने कहा कि यहां की जनता मेरे दिल में निवास करती है। यहां की जनता के लिए यदि जरूरत पड़े तो मैं अपना खून तो क्या अपनी जान तक दे दूंगा। श्री सिंधिया ने कहा कि एक समय मेरे और शिवराज सिंह जी के राजनैतिक मंच अलग थे लेकिन उद्देश्य एक ही था। आज हम दोनों मिले हैं तो एक और एक ग्यारह हो गए हैं। हमारा संबंध प्रेम, स्नेह, विकास, जनता की समस्याओं के समाधान का है। जब 2002 में मैने पहला चुनाव लड़ा तब यहां की परिस्थितियां अलग थीं। मैंने कई ट्रेनों के स्टॉपेज कराए। अभी तो यह विकास का ट्रेलर है, पिक्चर अभी वाकी है। उन्होंने कमलनाथ पर निशाना साधते हुए कहा कि कमलनाथ ने लोकतंत्र के मंदिर वल्लभ भवन को उद्योग का अड्डा बना दिया था। मुख्यमंत्री कोई और था और मुखौटे के पीछे कोई और।

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