< Back
ग्वालियर
झूठ बोलने व गलत कार्य करने वालों को माता करती हैं दंडित    -
ग्वालियर

झूठ बोलने व गलत कार्य करने वालों को माता करती हैं दंडित -

स्वदेश डेस्क
|
23 Oct 2020 6:30 AM IST

1725 में काली माता मंदिर की हुई थी स्थापना

ग्वालियर, न.सं.। ओल्ड हाईकोर्ट वाली गली में काली माता का अद्भुद एवं चमत्कारिक मंदिर स्थापित है। इस मंदिर की स्थापना वर्ष 1725 में बाबा गोविन्द सिंह कुशवाह ने की थी। इस मंदिर के मुख्य पुजारी माताप्रसाद सिंह कुशवाह हैं। यह मंदिर एक चमत्कारिक मंदिर है। यहां विराजमान माँ काली की प्रतिमा साक्षात् माता के दर्शन कराती है। इस मंदिर की खास बात यह है कि माता गलत कार्य करने और गलत बोलने वाले को तुरंत दंडित करती हैं। साथ माँ अपने भक्तों पर कृपा भी करती हैं। माँ यहां आने वाले हर भक्त की मनोकामना को पूरा करती हैं। इस मंदिर में बड़े-बड़े अधिकारी, नेता और व्यापारी शीश झुकाते हैं। इस मंदिर में शनिवार, शुक्रवार और सोमवार को भक्तों की अच्छी-खासी भीड़ होती है। पुजारी जी द्वारा प्रतिदिन माता का अद्भुद श्रृंगार किया जाता है।

राज राजेश्वरी के दरबार में अखण्ड ज्योति का प्रज्वलन

ऑटो रिक्शा स्टैण्ड, रेलवे स्टेशन नंबर एक पर स्थित जगत जननी माँ भगवती राज राजेश्वरी मईया के दरबार में अखण्ड ज्योति प्रज्वलित कर नवरात्रि महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। भारतीय मजदूर संघ के जिलाध्यक्ष भूदयाल पाठक ने बताया कि मंदिर में 24 अक्टूबर को पूर्णाहुति, कन्या भोजन एवं प्रसाद वितरण का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।

शहर में जगह-जगह सजे हैं माता के दरबार

शहर में जगह-जगह माता के दरबार सजे हुए हैं। इन दरबारों को कोरोना नियमों का पालन करते हुए माता की सुबह-शाम आरती और प्रसाद वितरण हो रहा है। मंदिरों में भी भक्त माता के दर्शन करने के लिए पहुंच रहे हैं। सांतऊ स्थित शीतला माता मंदिर पर भी भक्तों की जबरदस्त भीड़ हो रही है।

नया बाजार में हुआ कन्या पूजन

नवरात्रि के पावन अवसर पर नया बाजार स्थित पंजाब नेशनल बैंक के सामने गुरुवार को कन्या पूजन किया गया। इस मौके पर कन्याओं को वस्त्र एवं खाद्य सामाग्री दी गई। बुजुर्ग माताओं को वस्त्र भेंट किए गए। कार्यक्रम का उद्देश्य महिलाओं के प्रति सम्मान और शिक्षा व स्वास्थ्य की अलख जगाना है। कार्यक्रम में पूर्व महापौर श्रीमती समीक्षा गुप्ता, रितु भार्गव, अंजली बत्रा, भारती राजौरिया एवं रजनी भदौरिया आदि उपस्थित थे।

Similar Posts