< Back
भोपाल
जब सीआर सुधारी थी, तभी मुख्यमंत्री को पसंद आ गई मकवाना की ईमानदारी
भोपाल

ईमानदारी बनी पहचान: जब सीआर सुधारी थी, तभी मुख्यमंत्री को पसंद आ गई मकवाना की ईमानदारी

Swadesh Digital
|
24 Nov 2024 7:36 PM IST

1 दिसंबर को संभालेेंगे प्रदेश के नए पुलिस महानिदेशक की कमान

विशेष संवाददाता, भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 1988 बैच के आईपीएस अधिकारी कैलाश मकवाना के नाम पर नए पुलिस महानिदेशक की मुहर लगाकर यह संकेत दे दिया है कि राज्य की कानून व्यवस्था में बड़ा बदलाव होने वाला है। मकवाना की छवि ईमानदार और सख्त अधिकारी की है। 6 महीने पहले मकवाना की सीआर में संशोधन का अभ्यावेदन जब मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के पास पहुंचा था, तभी मुख्यमंत्री को मकवाना की ईमानदार छवि पसंद आ गई थी। यही वजह थी कि फरवरी महीने में भी मकवाना का नाम पुलिस महानिदेशक के लिए चला था।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शनिवार रात विदेश यात्रा पर रवाना होने से पहले संघ लोक सेवा आयोग द्वारा नए पुलिस महानिदेशक के लिए भेजे गए 3 अधिकारी अरविंद कुमार, कैलाश मकवाना और अजय शर्मा के पैनल में से मकवाना के नाम पर मुहर लगा दी। इसके बाद आधी रात को गृह विभाग ने आदेश जारी किए। प्रदेश के मौजूदा पुलिस महानिदेशक सुधीर सक्सेना 30 नवंबर को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। मकवाना 1 दिसंबर को पदभार संभालेंगे। सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के परिपालन में गृह विभाग द्वारा जारी आदेश के अनुसार मकवाना नवंबर 2026 तक राज्य के 32वें पुलिस महानिदेशक रहेंगे।

पिछली सरकारों ने 3 साल में किए 7 तबादले

कैलाश मकवाना को अपनी ईमानदारी की वजह से सेवाकाल में संघर्ष भी झेलना पड़ा। ईमानदार कार्यप्रणाली की वजह से कमलनाथ और शिवराज सरकार ने 3 साल के भीतर ही मकवाना के 7 तबादला आदेश जारी किए थे। शिवराज सरकार ने मई 2022 में लोकायुक्त महानिदेशक पदस्थ किया था, तब मकवाना ने 6 महीने के भीतर ही भ्रष्टों के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई कर दी थी।

लोकायुक्त से तकरार की खबरें भी बाहर आईं थी। हालांकि शिवराज सरकार ने 6 महीने के भीतर ही दिसंबर 2022 में मकवाना को वापस पुलिस गृह निर्माण मंडल भेज दिया। तब से वे वहीं पदस्थ हैं। इससे पहले कमलनाथ सरकार ने 15 महीने में 3 तबादले किए थे।

रिश्वत के बारे में लिखा, बुरे काम का बुरा नतीजा

मकवाना भ्रष्टाचार को लेकर सख्त हैं। रिश्वत को लेकर उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया था। जो काफी चर्चा में रहा। उन्होंने लिखा 'रिश्वत अकेली नहीं आती, देने वाले की बद्दुआ, मजबूरियां, दु:ख, वेदना, क्रोध, तनाव, चिंता भी नोटों में लिपटी रहती हैं।




नए डीजीपी को बधाई देने पहुंचे प्रदेश पुलिस के मुखिया


प्रदेश के नए डीजीपी नियुक्त हुए 1988 बैच के आईपीएस अधिकारी कैलाश मकवाना को बधाई देने प्रदेश पुलिस के मौजूदा मुखिया सुधीर सक्सेना रविवार को उनके आवास पर पहुंचे। इस दौरान श्री सक्सेना ने गुलदस्ता भेंटकर उन्हें बधाई और शुभकामनाएं दीं।

Similar Posts