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सुबह सुबह BJP नेता के घर IT का धावा, खदान-होटल तक 50 अफसरों की घेराबंदी
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सुबह सुबह BJP नेता के घर IT का धावा, खदान-होटल तक 50 अफसरों की घेराबंदी

स्वदेश डेस्क
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17 Dec 2025 2:50 PM IST

कटनी में बुधवार तड़के 4 बजे भाजपा नेता अशोक विश्वकर्मा के ठिकानों पर इनकम टैक्स की टीम ने छापामार कार्रवाई की। टीम ने नेता की खदान, होटल और फैक्ट्री को सील किया।

कटनीः मध्यप्रदेश के कटनी जिले में बुधवार की तड़के सुबह जब पूरा शहर नींद में था, तब आयकर विभाग की टीमों ने बीजेपी नेता और जिला पंचायत उपाध्यक्ष अशोक विश्वकर्मा के घर पर छापा मारा। यह कार्रवाई केवल उनके घर तक सीमित नहीं रही, बल्कि उनके भाई शंकरलाल के यहां भी हुई। साथ ही उनसे जुड़े तमाम कारोबारी ठिकानों पर एक साथ की गई है। इस कार्रवाई से सियासी और कारोबारी जगत में हड़कंप मच गया।

कार्रवाई के दौरान जबलपुर और भोपाल से आए 50 से अधिक अधिकारियों और कर्मचारियों के दल ने अशोक विश्वकर्मा के घर, होटल और खदानों को छावनी में तब्दील कर दिया है।

लोकल पुलिस तक थी अनजान

इनकम टैक्स की इस कार्रवाई को बेहद सीक्रेट रखा गया। टीम की प्लानिंग सिस्टमैटिक थी कि स्थानीय पुलिस को सिक्योरिटी के लिए आखिरी समय में जानकारी दी गई। इसकी वजह थी की खबर को लीक होने से बचानाा।

सुरक्षा बलों के साथ आई टीम ने सबसे पहले अशोक विश्वकर्मा के जालपा देवी वार्ड और गौतम मोहल्ला स्थित निवास को घेरा और सभी के फोन जब्त कर लिए।

तीनों जगहों पर एक साथ रेड

आईटी की टीमों ने विश्वकर्मा परिवार के कई ठिकानों पर एक साथ दबिश दी है। इनमें जालपा देवी वार्ड, गौतम मोहल्ला स्थित तीन मकान और मेन ऑफिश शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, टिकरिया स्थित बॉक्साइट खदानें, माइनिंग से जुड़े अन्य ठिकाने, बरगवां स्थित होटल परिसर और शहर में स्थित पानी की फैक्ट्री में भी दबिश दी गई है। फिलहाल इनको सील कर दिया गया है।

डॉक्यूमेंट और डिजिटल डिवाइस जब्त

शुरूआती जानकारी के अनुसार, यह छापामार कार्रवाई आय से अधिक संपत्ति और बड़े पैमाने पर टैक्स चोरी की शिकायतों के आधार पर की जा रही है। जांच का मुख्य फोकस बीएमसी विश्वकर्मा माइनिंग ग्रुप' से जुड़े दस्तावेजों पर है।

आयकर विभाग की टीमें माइनिंग कारोबार में हुए टर्नओवर, बैंक खातों, लॉकर्स, जमीन की रजिस्ट्री और पिछले कुछ वर्षों के आईटी रिटर्न का बारीकी से मिलान कर रही हैं। बताया जा रहा है कि टीम ने भारी मात्रा में डिजिटल डेटा और फाइलें जब्त की हैं।

फिलहाल, आयकर विभाग के अधिकारियों ने मीडिया से दूरी बना रखी है और कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है।

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