< Back
Lead Story
21वीं सदी का भारत सबके विकास और सबके प्रयास से ही आगे बढ़ेगा : प्रधानमंत्री
Lead Story

21वीं सदी का भारत सबके विकास और सबके प्रयास से ही आगे बढ़ेगा : प्रधानमंत्री

स्वदेश डेस्क
|
4 Jan 2022 5:45 PM IST

हीरा' मॉडल के माध्यम से अपनी कनेक्टिविटी बढ़ा रहा त्रिपुरा

अगरतला। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने त्रिपुरा की पिछली सरकार पर निशाना साधते हुये कहा कि उसमें विकास और दृष्टि का घोर अभाव था। गरीबी और पिछड़ेपन को त्रिपुरा के भाग्य के साथ चिपका दिया गया था। लेकिन, डबल इंजन की सरकार के संयुक्त प्रयासों से त्रिपुरा आज महत्वपूर्ण व्यापार का गलियारा बन गया है।

अगरतला के स्वामी विवेकानंद मैदान में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुये प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 21वीं सदी का भारत सबको साथ लेकर, सबके विकास और सबके प्रयास से ही आगे बढ़ेगा। उन्होंने असंतुलित विकास को देश के लिये घातक बताते हुये कहा कि कुछ राज्य पीछे रहें और कुछ राज्य के लोग मूलभूत सुविधाओं के लिए तरसते रहें यह ठीक नहीं है। त्रिपुरा के लोगों ने दशकों तक यही देखा है।


प्रधानमंत्री ने त्रिपुरा की पिछली सरकार पर भ्रष्टाचार को लेकर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि पहले यहां भ्रष्टाचार की गाड़ी थमने का नाम नहीं लेती थी और विकास की गाड़ी पर ब्रेक लगा हुआ था। पहले जो सरकार थी, उसमें त्रिपुरा के विकास का न विजन था। न उसकी नीयत थी। गरीबी और पिछड़ेपन को त्रिपुरा के भाग्य के साथ चिपका दिया गया था। प्रधानमंत्री ने 'हीरा' (राजमार्ग, इंटरनेट, रेलवे और एयरवेज) का नया नारा देते हुये कहा कि त्रिपुरा आज हीरा' मॉडल के माध्यम से अपनी कनेक्टिविटी बढ़ा रहा है। प्रधानमंत्री ने केंद्र और राज्य में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार का फायदा बताते हुये कहा कि डबल इंजन ग्रोथ का मतलब समृद्धि की दिशा में संयुक्त प्रयास है और त्रिपुरा इसका उदाहरण है।

डबल इंजन की सरकार का कोई मुकाबला नहीं -


उन्होंने कहा, "डबल इंजन की सरकार का कोई मुकाबला नहीं है। डबल इंजन की सरकार यानि संसाधनों का सही इस्तेमाल। डबल इंजन की सरकार यानि संवेदनशीलता। डबल इंजन की सरकार यानि लोगों के सामर्थ्य को बढ़ावा।" उऩ्होंने आगे जोड़ा, "डबल इंजन की सरकार यानि सेवाभाव। डबल इंजन की सरकार यानि संकल्पों की सिद्धि। डबल इंजन की सरकार यानि समृद्धि की तरफ एकजुट प्रयास।"

आधुनिक भारत बनाने वाले नौजवान

नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) में भारतीय भाषाओं को महत्व दिये जाने का उल्लेख करते हुये प्रधानमंत्री ने कहा कि 21वीं सदी में भारत को आधुनिक बनाने वाले नौजवान मिलें, इसके लिये नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू की जा रही है। इसमें स्थानीय भाषा में पढ़ाई पर भी विशेष जोर दिया गया है। त्रिपुरा के विद्यार्थियों को अब मिशन-100, 'विद्या ज्योति' अभियान से भी मदद मिलने वाली है।

सिंगल यूज प्लास्टिक -

प्रधानमंत्री ने सिंगल यूज प्लास्टिक के प्रयोग को हतोत्साहित करने का आह्वान करते हुये कहा कि देश को सिंगल यूज़ प्लास्टिक का विकल्प देने में भी त्रिपुरा एक अहम भूमिका निभा सकता है। यहां बने बांस के झाड़ू, बांस की बोतलें, ऐसे प्रोडक्ट्स के लिए बहुत बड़ा बाजार देश में बन रहा है। इससे बांस के सामान के निर्माण में हजारों साथियों को रोजगार, स्वरोज़गार मिल रहा है।

Similar Posts