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कर्नाटक में दो पक्षों के बीच गणेश विसर्जन के दौरान हिंसा, कई दुकानें जला दी गई, पथराव के कारण हुआ विवाद

Mandya Violence

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Mandya Violence: कर्नाटक में दो पक्षों के बीच गणेश विसर्जन के दौरान हिंसा, कई दुकानें जला दी गई, पथराव के कारण हुआ विवाद

Gurjeet Kaur
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12 Sept 2024 7:34 AM IST

Mandya Violence : कर्नाटक। मांड्या में गणेश विरार्जन के दौरान दो पक्षों में झड़प हो गई। इसके बाद स्थिति इतनी तनावपूर्ण हो गई कि, भीड़ ने कई दुकानों में आग लगा दी। जानकारी के अनुसार क्षेत्र की कई दुकानें पूरी तरह जल गई हैं। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए क्षेत्र में बीएनएस की धारा 163 लागू कर दी है। यहां भीड़ के इकठ्ठा होने पर भी रोक लगा दी गई है। गुस्साई भीड़ ने सड़क पर खड़े वाहनों को भी निशाना बनाया है। यह पूरा विवाद गणेश मूर्ति पर पथराव से शुरू हुआ।

जानकारी के अनुसार नागमंगला के मुख्य मार्ग पर कुछ लोग जब गणेश विसर्जन का जुलूस निकाल रहे थे। जब यह जुलूस मस्जिद के सामने से निकला तो कुछ लोगों ने पथराव कर दिया। इसके बाद दोनों पक्षों के लोग आपस में लड़ने लगे। पुलिस को जैसे ही इस बात की सूचना मिली तुरंत क्षेत्र में भारी सुरक्षा बल तैनात कर दिया गया लेकिन हिंसक भीड़ ने कई दुकानों को आग के हवाले कर दिया। इसके बाद गणेश विसर्जन का जुलूस निकाल रहे लोगों ने थाने का भी घेराव किया। ये सभी पत्थरबाजी करने वालों के खिलाफ सख्त एक्शन की मांग कर रहे थे।

मंड्या में दुकानों में लगा दी गई आग

मंड्या में दुकानों में लगा दी गई आग

वाहनों को किया गया आग के हवाले

वाहनों को किया गया आग के हवाले

इस मामले में केंद्रीय मंत्री एचडी कुमारस्वामी ने कहा कि, "मैं मांड्या जिले के नागमंगला में गणेश विसर्जन के दौरान हुई घटना की कड़ी निंदा करता हूं। यह क्षेत्र में शांति व्यवस्था की विफलता का प्रमाण है कि एक समुदाय के बदमाशों ने भगवान गणपति की शोभायात्रा में शांतिपूर्वक चल रहे भक्तों को निशाना बनाकर जानबूझ कर उत्पात मचाया, पत्थर और चप्पल फेंके, पेट्रोल बम फोड़े और तलवारें लहराईं।"

मांड्या में हिंसा के बाद इकठ्ठा हुए लोग

मांड्या में हिंसा के बाद इकठ्ठा हुए लोग

"जब उस समुदाय के गुंडे पुलिस थाने के सामने शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर सुरक्षा की मांग कर रहे लोगों पर अत्याचार करते हैं, तो हमें संदेह होता है कि हम कहां हैं। यहां स्थानीय पुलिस की विफलता भी स्पष्ट है। नागमंगला में यह घृणित घटना पार्टी और राज्य सरकार द्वारा राजनीतिक लाभ के लिए एक विशेष समुदाय को अतिशय भोगने और खुश करने के परिणामस्वरूप हुई। इस तरह की लुभाने और खुश करने की राजनीति बंद होनी चाहिए। अन्यथा कांग्रेस पार्टी के बुरे दिन दूर नहीं हैं। मेरी चिंता यह है कि जनता शांति बनाए रखे। सरकार को शांति बहाल करने के लिए तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए।"

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