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संजौली मस्जिद विवाद पर हिन्दू संगठनों के प्रदर्शन से पहले शिमला में सिक्योरिटी टाइट

Sanjauli Protest

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Sanjauli Protest: संजौली मस्जिद विवाद पर हिन्दू संगठनों के प्रदर्शन से पहले शिमला में सिक्योरिटी टाइट

Gurjeet Kaur
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11 Sept 2024 8:55 AM IST

Sanjauli Protest : शिमला, हिमाचल प्रदेश। संजौली मस्जिद के कथित निर्माण मुद्दे पर विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर ढली सुरंग के पूर्वी पोर्टल पर भारी पुलिस तैनात की गई है। यही नहीं शिमला में चप्पे - चप्पे पर सुरक्षा के इंतजाम किए हैं। देर रात तक पुलिस ने संवेदनशील इलाकों में गश्त दी। 11 सितंबर को हिंदू संगठनों ने शिमला में प्रदर्शन का आवाहन किया है।

दरअसल, शिमला में संजौली मस्जिद के अवैध निर्माण का मुद्दा गरमाया हुआ है। यह मुद्दा विधानसभा में हिमाचल प्रदेश सरकार के मंत्री द्वारा दिए गए बयान के बाद और गरमा गया है। हिमाचल की कांग्रेस सरकार भी असमंजस में है कि, अपनी सरकार के मंत्रियों की सुने या मस्जिद समिति की। हिमाचल सरकार के मंत्री अनिरुद्ध सिंह पहले ही विधानसभा में अवैध निर्माण तोड़ने की बात कह चुके हैं।

संजौली में आज विरोध प्रदर्शन पर शिमला के एसपी संजीव कुमार ने कहा कि, "हमने बीएनएसएस 163 के तहत प्रक्रियाएं लागू की हैं। जीवन सामान्य है और लोग अपने स्कूलों और कार्यालयों में जा रहे हैं। एहतियात के तौर पर पुलिस तैनात की गई है।" हम ड्रोन से भी निगरानी कर रहे हैं। हितधारकों ने यह भी कहा कि प्रदर्शन शांतिपूर्ण होगा। हमने सभी एहतियाती कदम उठाए हैं। हम लोगों को सावधान करना चाहते हैं कि कानून अपना काम करेगा और शांति ही अंतिम समाधान है।" एसपी संजीव कुमार ने कहा कि, "हमें उम्मीद है कि कोई भी कानून का उल्लंघन नहीं करेगा।"

संजौली मस्जिद पर विवाद क्यों :

दरअसल हिमाचल प्रदेश विधानसभा में ग्रामीण विकास मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने संजौली मस्जिद उठाया था। उन्होंने कहा था कि, संजौली के आस - पास महिलाओं का निकलना मुश्किल है। यहां महिलाओं पर अभद्र कमेंट होते हैं। इसके साक्षी हम खुद हैं। बाहर से लोग आकर यहां बस रहे हैं। इस बात की जांच होनी चाहिए। इसके अलावा मस्जिद का निर्माण भी अवैध है।

बता दें कि, संजौली मस्जिद का मामला इस समय कोर्ट में है। यहां एक मंजिल बनाने की अनुमति दी गई थी लेकिन इसके बावजूद नियमों की अनदेखी कर अवैध निर्माण किया गया। यह मामला कोर्ट में विचारणीय है। वक्फ बोर्ड को इसमें पार्टी बनाया गया है। जब विधानसभा में यह मुद्दा उठाया गया तो मामले ने और तूल पकड़ लिया।

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