< Back
Lead Story
देश पिछले 7 साल  सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास के मंत्र पर चला : प्रधानमंत्री
Lead Story

देश पिछले 7 साल 'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास' के मंत्र पर चला : प्रधानमंत्री

स्वदेश डेस्क
|
30 May 2021 5:03 PM IST

नईदिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपनी सरकार की 7 वीं वर्षगांठ के मौके पर कहा कि देश इन वर्षों में 'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास' के मंत्र पर चला है। उन्होंने कहा कि हम सभी ने देश की सेवा में हर क्षण समर्पित भाव से काम किया है।

प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात 2.0' के 24वें संस्करण को संबोधित करते हुए कहा, आज 30 मई को हम 'मन की बात' कर रहे हैं और संयोग से ये सरकार के 7 साल पूरे होने का भी समय है। उन्होंने कहा कि इन सात सालों में भारत ने 'डिजिटल लेन देन' में दुनिया को नई दिशा दिखाने का काम किया है। आज किसी भी जगह जितनी आसानी से आप चुटकियों में डिजिटल भुगतान कर देते हैं, वो कोरोना के इस समय में भी बहुत उपयोगी साबित हो रहा है।

राष्ट्रीय गौरव के क्षण अनुभव किए -

उन्होंने कहा कि इन वर्षों में जो कुछ भी उपलब्धि रही है, वो देश की रही है, देशवासियों की रही है। कितने ही राष्ट्रीय गौरव के क्षण हमने इन वर्षों में साथ मिलकर अनुभव किए हैं। जब हम देखते हैं कि अब भारत दूसरे देशों की सोच और उनके दबाव में नहीं है, अपने संकल्प के चलता है, तो हम सबको गर्व होता है। जब हम देखते हैं कि अब भारत अपने खिलाफ साजिश करने वालों को मुंहतोड़ जवाब देता है तो हमारा आत्मविश्वास और बढ़ता है। जब भारत राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों पर समझौता नहीं करता, जब हमारी सेनाओं ती ताकत बढ़ती है, तो हमें लगता है कि हां, हम सही रास्ते पर हैं।

गांव में पहली बार बिजली पहुंची -

प्रधानमंत्री ने कहा कि लोग धन्यवाद देते हैं कि 70 साल बाद उनके गांव में पहली बार बिजली पहुंची है। कितने ही लोग कहते हैं कि हमारा भी गांव अब पक्की सड़क से, शहर से जुड़ गया है। उन्होंने जनता के बैंक खाता खुलने, 'जल जीवन मिशन' और 'प्रधानमंत्री आवास योजना' के तहत घर मिलने की खुशी का भी जिक्र किया। मोदी ने कहा कि आज़ादी के बाद 7 दशकों में हमारे देश के केवल साढ़े तीन करोड़ ग्रामीण घरों में ही पानी के कनेक्शन थे। लेकिन पिछले 21 महीनों में ही साढ़े चार करोड़ घरों को साफ पानी के कनेक्शन दिए गए हैं। इनमें से 15 महीने तो कोरोनाकाल के ही थे। इसी तरह का एक नया विश्वास देश में 'आयुष्मान योजना' से भी आया है। जब कोई गरीब मुफ्त इलाज से स्वस्थ होकर घर आता है तो उसे लगता है कि उसे नया जीवन मिला है।

Similar Posts