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शिवाजी जयंती के मौके पर इन प्रसिद्ध किले पर घूमने का बनाएं प्लान, दिन बनेगा बेहतर
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Tourist Places: शिवाजी जयंती के मौके पर इन प्रसिद्ध किले पर घूमने का बनाएं प्लान, दिन बनेगा बेहतर

Deepika Pal
|
18 Feb 2025 10:59 PM IST

महाराष्ट्र की कुछ खास जगह पर घूमने का प्लान कर सकते हैं यहां पर आप घूम कर इतिहास की कई सारी बातें जान पाएंगे।

Chhatrapati Shivaji Maharaj: आने वाले दिन 19 फरवरी को भारतीय इतिहास के महान मराठा शासक छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती मनाई जाने वाली है। इस मौके पर अगर कुछ नया प्लान कर रहे हैं तो महाराष्ट्र की कुछ खास जगह पर घूमने का प्लान कर सकते हैं यहां पर आप घूम कर इतिहास की कई सारी बातें जान पाएंगे। चलिए जानते हैं छत्रपति शिवाजी महाराज से जुड़े खास किलों के बारे में...

शिवाजी महाराज ने किया था इन किलों का निर्माण

आपको बताते चलें कि, की सुरक्षा के लिए छत्रपति शिवाजी महाराज ने इन किलों का निर्माण किया था जो आज भी धरोहर के रूप में सुरक्षित हैं...

1- रायगढ़ फोर्ट

इन खूबसूरत जगहों में सबसे पहला नाम महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले का रायगढ़ फोर्ट का आता है। इसका निर्माण छत्रपति शिवाजी महाराज ने किया था। यह मुंबई के ठीक दक्षिण में महाराष्ट्र में स्थित है. यह कोंकण समुद्र तटीय मैदान का हिस्सा है और लहरदार और आड़ी-तिरछी पहाड़ियों वाला है। इस जगह पर आपको गंगासागर झील के नजारे भी देखने के लिए मिलेंगे।

2-सिंधुदुर्ग किला

छत्रपति शिवाजी महाराज के इतिहास में कभी अपने सिंधुदुर्ग किले के बारे में भी पढ़ा होगा। इसका निर्माण 1664-67 ई. में महान मराठा राजा छत्रपति शिवाजी महाराज ने कराया था. यह महाराष्ट्र के कोंकण क्षेत्र में अरब सागर में स्थित है. इसे “समुद्री किला” के नाम से भी जाना जाता है। इस जगह पर घूमने के लिए आपको एक भव्य मंदिर और आसपास के नजारे बेहद खूबसूरत देखने के लिए मिलेंगे।

3- शिवनेरी फोर्ट

महाराष्ट्र में पुणे जिले के जुन्नार के पास यह किला स्थित है जो शिवाजी महाराज के जन्म स्थल से जुड़ा हुआ है।यह किला चारों तरफ से खड़ी चट्टानों से घिरा हुआ है. किले के परिसर के कई पानी के टैंक और कुएं हैं. इस किले को घूमने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च तक का है। यहां पर कई पर्यटक घूमने के लिए आते रहते हैं।




4- तोरणा फोर्ट

छत्रपति शिवाजी महाराज से जुड़े विभिन्न किलों में से यह किला भी है जिसे प्रचंडगडके नाम से भी जाना जाता है।बताया जाता हैं कि, सोलह वर्ष की उम्र में शिवाजी महाराज ने इस किले पर कब्जा किया था. शिवाजी ने किले ‘प्रचंडगड’ का नाम बदलकर तोरणा रख दिया। यह अकेला ट्रैकिंग, हाइकिंग के लिए काफी मशहूर है।

5- प्रतापगढ़ किला

छत्रपति शिवाजी महाराज से जुड़े किलों में इस किले का भी नाम है। जो महाराष्ट्र के सतारा जिले में स्थित हैं। किले का ऐतिहासिक महत्व प्रतापगढ़ की युद्ध की वजह से है, जो 1659 में छत्रपति शिवाजी महाराज और बीजापुर सल्तनत के जनरल अफजल खान के बीच यहां हुआ था। यहां पर अक्टूबर से लेकर जून तक घूम सकते हैं।

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