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पाकिस्तान को समुद्र में मिला नीला खजाना, क्या जल्द आने वाले हैं अच्छे दिन

पाकिस्तान को समुद्र में मिला नीला खजाना

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अब और गरीबी नहीं: पाकिस्तान को समुद्र में मिला नीला खजाना, क्या जल्द आने वाले हैं अच्छे दिन

Deeksha Mehra
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7 Sept 2024 9:56 PM IST

Pakistan found Blue Treasure in Spakistan blue treasure oil gas discoveryea : पाकिस्तान की आर्थिक तंगी के चर्चे पूरी दुनिया में हो रहे हैं, लेकिन जल्द ही पाकिस्तान को इससे मुक्ति मिल सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि पाकिस्तान को समुद्र में एक बड़ा खजाना मिला है। यह खजाना भंडार पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस (Petroleum and Natural Gas) का है। समुद्र में मिला यह नीला खजाना इतना बड़ा है कि इससे पाकिस्‍तान को आर्थिक तंगी से छुटकारा मिल सकता है। इसके साथ ही वैश्विक तेल संकट को भी हल कर सकती है।

पाकिस्तान की समुद्री खोज 3 साल की मेहनत का फल

पाकिस्तान की डॉन न्यूज के अनुसार पाकिस्तान ने एक सहयोगी देश के साथ मिलकर तीन साल की मेहनत के बाद इस विशाल भंडार की खोज की है। पाक जियोग्राफिक सर्वे (PAK Geographic Survey) के द्वारा इस भंडार को चिन्हित किया गया और संबंधित विभागों को सूचित कर दिया गया है।

तेल निकालने में लग सकते हैं सालों

एक वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारी ने इस खोज को 'ब्लू वाटर इकोनॉमी' का एक बड़ा कदम बताया है। अधिकारी ने संकेत दिया कि ड्रिलिंग और तेल निकालने की प्रक्रिया में कई साल लग सकते हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, जल्द ही इस भंडार के साइज और निकलने की प्रक्रिया पर काम शुरू हो सकता है।

क्या यह दुनिया का चौथा सबसे बड़ा तेल भंडार हो सकता है?

रिपोर्टों के अनुसार, यह नया भंडार वैश्विक स्तर पर चौथा सबसे बड़ा हो सकता है। वर्तमान में वेनेजुएला सबसे बड़ा तेल भंडार रखता है, इसके बाद सऊदी अरब, ईरान, कनाडा और इराक आते हैं। इस नए भंडार से पाकिस्तान की ऊर्जा की मांग पूरी हो सकती है या नहीं, यह इसके आकार और आपूर्ति पर निर्भर करेगा।

पाकिस्तान के लिए आर्थिक और ऊर्जा संकट का समाधान?

मुहम्मद आरिफ, जो पूर्व में ऑयल एंड गैस रेगुलेटरी (Ogra) के सदस्य रह चुके हैं, ने कहा कि इस खोज से पाकिस्तान को LNG आयात की जगह मिल सकती है और तेल की आयात की निर्भरता कम हो सकती है। हालांकि, उन्होंने चेतावनी दी कि जब तक भंडार का गहन विश्लेषण पूरा नहीं हो जाता और ड्रिलिंग ऑपरेशन शुरू नहीं होते, तब तक स्पष्टता नहीं मिल सकेगी।

विशाल निवेश की जरूरत

आरिफ ने बताया कि इस भंडार को निकालने के लिए लगभग 5 बिलियन डॉलर के निवेश की आवश्यकता होगी और इसे प्राप्‍त करने में चार से पांच साल लग सकते हैं। यदि एक्‍सप्‍लोरेशन से भंडार की पुष्टि होती है, तो कुओं को विकसित करने और ईंधन उत्पादन के लिए आवश्यक इंफ्रास्ट्रक्चर में और भी अधिक निवेश की आवश्यकता होगी।

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