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बिहार में 25 से ज्यादा गांव डूबे, बूढ़ी गंडक- बागमती नदी खतरे के निशान से ऊपर, प्रशासन अलर्ट
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Bihar Flood: बिहार में 25 से ज्यादा गांव डूबे, बूढ़ी गंडक- बागमती नदी खतरे के निशान से ऊपर, प्रशासन अलर्ट

Deeksha Mehra
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30 Sept 2024 8:37 AM IST

Muzaffarpur Flood : बिहार। नेपाल के तराई क्षेत्र में लगातार बारिश की वजह से मुजफ्फरपुर की नदियों का जलस्तर काफी बढ़ गया है। गंडक, बूढ़ी गंडक और बागमती खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। इस स्थिति को देखते हुए मुजफ्फरपुर जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है। जिले के तीन प्रमुख प्रखंड साहेबगंज, सरैया, और पारू के इलाके बाढ़ से प्रभावित हो सकते हैं। जानकारी के अनुसार निचले इलाकों में बाढ़ का पानी घुसने लगा है। कटरा के बकुची पावर ग्रिड परिसर में पानी घुस गया।

इन गांवों में बाढ़

बागमती, गंडक और बूढ़ी गंडक नदी के जलस्तर बढ़ने से औराई और कटरा प्रखंड के बकुची, मोहनापुर पतारी, हमदमा, गंगिया, माधोपुर, भवानीपुर, बासाघट्टा, बभमगमा समेत 25 से अधिक गांव में बाढ़ की स्थिति बन गई है। इन गांवों के घरों में पानी घुस गया है। इससे लोग अपने-अपने घर की छत पर रहने को मजबूर हैं।

निचले इलाकों में तैनाती

प्रशासन ने निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। तटबंधों की विशेष निगरानी की जा रही है, खासकर कटाव संभावित क्षेत्रों में। हर एक किलोमीटर के दायरे में कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की गई है, ताकि किसी भी आपात स्थिति का सामना किया जा सके।

बाढ़ प्रभावित इलाके का लिया जायजा

रविवार को एडीएम मनोज कुमार, एसडीएम अमित, कटरा सीओ समेत अन्य पदाधिकारी गांव पहुंचे और बाढ़ की स्थिति का जायजा लिया। एसडीएम ने बताया कि बाल्मीकि नगर बैराज से छोड़े गए पानी के बाद गंडक नदी का जलस्तर और बढ़ने की संभावना है। वर्तमान में स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन अगले 24 घंटों में मुजफ्फरपुर जिले में पानी पहुंचने की आशंका है। प्रशासन ने सभी संबंधित अधिकारियों और विभागों को सतर्क रहने का निर्देश दिया है।

जिला प्रशासन के निर्देश

बाढ़ संभावित क्षेत्रों का निरीक्षण करने के लिए एडीएम मनोज कुमार, एसडीएम श्रेया श्री, सीओ अलका कुमारी, बीडीओ मीनू कुमारी, और जल संसाधन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लिया और कटाव संभावित स्थानों पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता पर जोर दिया। प्रशासन ने सभी अंचल अधिकारियों और आपदा प्रबंधन टीमों को सतर्क रहने और किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयार रहने को कहा है। जिला नियंत्रण कक्ष से लगातार स्थिति पर नजर रखी जा रही है, और बाढ़ राहत की तैयारियां जोरों पर हैं।

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