
प्रधानमंत्री ने मांगा मंत्रियों का रिपोर्ट कार्ड, संगठन में भेजे जा सकते हैं कई मंत्री
|- मकर संक्रांति के बाद हो सकता है मंत्रिमंडल में बदलाव
- कैबिनेट के साथ साथ पार्टी संगठन में भी बदलाव की चर्चा
वेबडेस्क। 2023 के आगमन के साथ ही भाजपा समेत सभी राजनीतिक दल 10 राज्यों में होने वाले चुनाव की तैयारियों में जुट गई है। इसी कड़ी में भाजपा भी संगठन से लेकर सरकार तक में बदलाव की योजना बना रही है। सूत्रों का कहना है कि यदि सब कुछ योजनाबद्ध ढंग से चला तो जल्द ही मोदी मंत्रिमंडल में बदलाव हो सकते है। ये फेरबदल विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए होंगे। बताया जा रह है कि यह मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का अंतिम पुनर्गठन होगा। यही टीम इस साल 10 राज्यों के विधानसभा चुनाव और 2024 के लोकसभा चुनाव में पार्टी का मोर्चा संभालेगी
बता दें की मोदी सरकार का अंतिम मंत्रिमंडल विस्तार जुलाई 2021 में हुआ था। बीते डेढ़ सालों में कई राजनीतिक घटनाएं घटित हुई है। ऐसे में नए राजनीतिक समीकरणों को बैठाने के लिए फेरबदल की अटकलें लगाईं जा रही है। सूत्रों का कहना है की प्रधानमंत्री ने मंत्रालयों से सभी मंत्रियों का रिपोर्ट कार्ड मांगा है। फेरबदल और जिम्मेदारियों में बदलाव इसी रिपोर्ट कार्ड के आधार पर किए जा सकते हैं। माना जा रहा है की जिन मंत्रियों का काम की रिपोर्ट खराब है, उन्हें मंत्रिमंडल से बाहर किया जा सकता है या उनसे बड़े मंत्रालय वापिस लिए जा सकते है। वहीँ बेहतर रिपोर्ट कार्ड वाले मंत्रियों को बड़ी जिम्मेदारी दिए जाने की चर्चा है। जिसमें धर्मेंद्र प्रधान, अनुराग ठाकुर, और भूपेंद्र यादव का कद बढ़ना तय माना जा रहा है। हालांकि किस मंत्री को बाहर किया जाएगा, किसे शामिल किया जाएगा इस सवाल पर पार्टी में अभी चुप्पी है।
10 राज्यों पर नजर -
मंत्रिमंडल में फेरबदल का दूसरा कारण 10 राज्यों मप्र, छग, राजस्थान, कर्नाटक, तेलंगाना, त्रिपुरा, मेघालय, नागालैंड, मिजोरम और जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव और अगले साल लोकसभा चुनाव होना है। भाजपा के सामने इनमे से 6 राज्यों में वापसी के साथ नए राज्यों में सरकार बनाने की चुनौती है। ऐसे में पार्टी सरकार और संगठन दोनों को और ज्यादा युवा, सक्रिय और समावेशी बनाना चाहते हैं जिसमें ज्यादा से ज्यादा चुनावी एवं महत्वपूर्ण राज्यों के नेताओं को तवज्जो दी जाएगी।
संगठन में जा सकते हैं कृषि मंत्री -
बता दें की भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक भी इसी महीने होनी है। जिसमे राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के कार्यकाल को लेकर फैसला होना है। यदि उनके स्थान पर किसी और को ये जिम्मेदारी दी जाती है तो संगठन में भी बड़ा बदलाव संभव है। रिपोर्ट के अनुसार 3 कैबिनेट मंत्री सरकार से हटाकर संगठन में लाए जा सकते हैं। जिसमें कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के नाम की भी अटकलें है। उन्हें संगठन का लंबा अनुभव है। वह पहले मप्र में बतौर प्रदेश अध्यक्ष संगठन की कमान संभाल चुके है। ऐसे में उन्हें एक बार फिर राज्य में अहम जिम्मेदारी दी जा सकती है। बता दें कि भाजपा साल 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में मप्र की सत्ता से बाहर हो गई थी। ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा में आने बाद हुई राजनीतिक उठापटक के बाद भाजपा की मप्र में वापसी हुई है। विभिन्न संगठन अपने - अपने मुद्दों को लेकर मुखर हैं राजनीतिक सरगर्मियों के बीच मप्र का चुनाव भाजपा के लिए सबसे मुश्किल माना जा रहा है।
कब होगा फेरबदल -
पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक 16-17 जनवरी को है।23 जनवरी को नड्डा का कार्यकाल पूरा हो रहा है। वहीँ बजट सत्र 30 या 31 जनवरी 2023 को शुरू हो सकता है। ऐसे में माना जा रहा है की मकर संक्रांति के बाद 18 से 30 जनवरी के बीच ही मोदी सरकार के मंत्रिमंडल में बदलाव हो सकता है।