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नेतागिरी पर फूटा ASI का गुस्‍सा, चलती मीटिंग में उतारी वर्दी, जानिए क्‍या है पूरा मामला...
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मध्‍यप्रदेश: नेतागिरी पर फूटा ASI का गुस्‍सा, चलती मीटिंग में उतारी वर्दी, जानिए क्‍या है पूरा मामला...

Swadesh Digital
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16 Sept 2024 1:47 PM IST

मध्‍यप्रदेश के सिंगरौली जिले के कोतवाली थाने से सामने आया जिसका वीडियो सोशल मीडिया लगातार वायरल हो रहा है। थाने में हुई इस घटना में टीआई और नगर निगम के अधिकारियों के सामने एक ASI वर्दी उतारते नजर आ रहा है।

सहायक उपनिरीक्षक (एएसआई) ने कथित तौर पर भाजपा नेता द्वारा वर्दी उतरवाने की धमकी दिए जाने के बाद अपनी वर्दी फाड़ दी। यह घटना कार्यालय में लगे सीसीटीवी में कैद हो गई। जानकारी के अनुसार यह घटना तब हुई जब पुलिस अधिकारियों और भाजपा सदस्यों के बीच बैठक चल रही थी, तो एक नेता ने कथित तौर पर एक एएसआई को धमकाते हुए कहा, "हम तुम्हारी वर्दी उतरवा देंगे!"

यह सुनकर एएसआई अपना आपा खो बैठा और भाजपा नेता के सामने ही अपनी वर्दी फाड़ने लगा।

वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे एएसआई गुस्से में अपनी कुर्सी से उतरता है और सबके सामने अपने कपड़े उतारने लगता है। उसे शांत करने के प्रयासों के बावजूद वह शांत नहीं होता और अपने कपड़े उतारता रहता है।

सात महीने पुराना है वीडियो...

बताया जा रहा है कि यह वीडियो सात महीने पुराना है और घटना 2 फरवरी 2024 को सिंगरौली जिले के कोतवाली थाने की है। वीडियो में असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर (ASI) विनोद मिश्रा वरिष्ठ अधिकारियों और नगर निगम के अधिकारियों के सामने अपनी वर्दी उतारते हुए दिखाई दे रहे हैं।

कोतवाली इलाके में नाली निर्माण को लेकर विवाद हुआ था। ASI मिश्रा की स्थानीय निवासियों से तीखी नोकझोंक हुई, जिसके बाद नगर निगम के अधिकारी और पुलिस अधिकारी मामले को सुलझाने पहुंचे। हालांकि, भाजपा नेता और पार्षद पति अर्जुन गुप्ता ने कथित तौर पर ASI मिश्रा को धमकाते हुए कहा कि वह उनकी वर्दी उतार देंगे।

7 महीने बाद वीडियो लीक होने की जांच शुरू

गुस्से में आकर एएसआई मिश्रा ने अपनी वर्दी उतार दी और यह घटना थाने के सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। पुलिस अधीक्षक निवेदिता गुप्ता ने वर्दी उतारने के लिए एएसआई मिश्रा के खिलाफ कार्रवाई की थी।

अब सात महीने बाद वीडियो फिर से सामने आया है और यह घटना फिर से चर्चा में है। पुलिस अधीक्षक ने सीसीटीवी फुटेज के लीक होने और सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो की जांच के आदेश दिए हैं। विपक्षी कांग्रेस पार्टी ने इस घटना की आलोचना करते हुए इसे सत्ताधारी पार्टी का शक्ति प्रदर्शन बताया है।

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