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Lead Story
पुलिस ने एक रिश्तेदार सहित तीन लोगों को छिंदवाड़ा से गिरफ्तार किया...
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डेढ़ किलो सोने के लालच में किया था मासूम दिव्यम का अपहरण: पुलिस ने एक रिश्तेदार सहित तीन लोगों को छिंदवाड़ा से गिरफ्तार किया...

Deepika Pal
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30 May 2025 10:05 PM IST

विधायक देवेंद्र पटेल के पोते के अपहरण मामले में पुलिस ने शुक्रवार को तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।

रायसेन। सिलवानी-बेगमगंज विधानसभा क्षेत्र के विधायक देवेंद्र पटेल के पोते के अपहरण मामले में पुलिस ने शुक्रवार को तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। इस मामले को पुलिस ने 14 घंटों में ही सुलझा लिया। छिंदवाड़ा जिले के तामिया से पकड़े गए अपहरणकर्ताओं में एक रिश्तेदार भी बताया गया है। मासूम दिव्यम को परिजनों को सुपुर्द कर दिया है।

घटना के संबंध में आईजी मिथिलेश कुमार एवं पुलिस अधीक्षक पंकज पांडे ने बताया कि दिव्यम की तलाश करने मे तीन जिलों की पुलिस टीम लगी थी। जिसमें पुलिस ने एक आरोपी को बेगमगंज से और दो आरोपियों को छिंदवाड़ा जिले के तामिया से गिरफ्तार किया है। बालक के अपहरण कर्ता आरोपी अरविंद पटेल, उमेश कुर्मी और राहुल कुर्मी हैं। इन तीनों अपराधियों ने बालक का अपहरण करने की घटना स्वीकार की है। उन्होंने डेढ़ किलो सोना फिरौती में मांगने की बात भी स्वीकार की है।

आईजी ने बताया कि इन तीनों अपराधियों ने 15 दिन पहले से ही बालक के अपहरण करने की योजना बना ली थी। अपराधी अरविंद पटेल रिश्ते में बुआ का लड़का लगता है जो कि घटना का मुख्य आरोपी है। तीनों को जेल भेज दिया गया है। दिव्यंम के माता-पिता एवं परिजनों ने भी पुलिस टीम की सराहना की है।

ऐसे रची थी मासूम बालक के अपहरण की साजिश

दो वर्षीय दिव्यम पटेल के अपहरण को लेकर आरोपी पिछले कई दिनों से योजना बना रहे थे। आंगन में अकेला पाकर बच्चे को पिछले दरवाजे से आरोपी अरविंद पटेल ले गया। मेन रोड पर पहुंचे जहां उनकी इको कार खराब हो गई, इसके बाद उन्होंने बच्चे को बेहोशी की गोली खिलाकर बाइक से छिंदवाड़ा जिले के तामिया उनके परिचित के पास पहुंचे।

अरविंद के साथ उसके दो साथी राहुल कुर्मी एवं उमेश कुर्मी भी थे। आरोपियों ने पुलिस को बताया कि उन्होंने डेढ़ किलो सोना की फिरौती के लिए पत्र लिखा था भी लिखा था। इसे उन्होंने आंगन में रखा था जिसमें लिखा था कि बच्चे को सुरक्षित रखना है तो फिरौती दो नहीं तो हम बच्चे को जन से मार देंगे। इतना ही नहीं इन तीनों आरोपियों ने भोपाल में एक कमरा किराए से लिया था जहां वे बच्चे को रखते, परंतु पुलिस की तत्परता के कारण उनकी योजना फेल हो गई।

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