< Back
Lead Story
Govardhan Puja 2024

Govardhan Puja 2024 

Lead Story

Govardhan Puja 2024: गोवर्धन पूजा आज, इस मंत्र का जाप होगा फलदायी

Deeksha Mehra
|
2 Nov 2024 8:30 AM IST

Govardhan Puja 2024 Shubh Muhurat : गोवर्धन पूजा का पर्व कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को मनाया जाता है। हर साल दीपावली के अगले दिन गोवर्धन पूजा मनाई जाती है, लेकिन इस बार अमावस्या की तिथि दो दिन तक रहने की वजह से गोवर्धन त्यौहार दिवाली के तीसरे दिन यानी 1 नवम्बर को मनाया जा रहा है। इस पूजा में गायों को देवी लक्ष्मी का स्वरूप माना जाता है और उनकी विशेष पूजा की जाती है। इसे अन्नकूट के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन भगवान कृष्ण और गोवर्धन पर्वत की पूजा का मुख्य महत्व होता है।

गोवर्धन पूजा शुभ मुहूर्त

गोवर्धन पूजा की तिथि 1 नवंबर को शाम को 6 बजकर 16 मिनट पर शुरू होगी और तिथि का समापन 2 नवंबर को रात 8 बजकर 21 मिनट पर होगा। गोवर्धन पूजन के लिए आज तीन सबसे शुभ मुहूर्त रहेंगे। एक मुहूर्त सुबह 6 बजकर 34 मिनट से लेकर सुबह 8 बजकर 46 मिनट तक रहेगा। दूसरा मुहूर्त दोपहर 3 बजकर 23 मिनट से लेकर शाम 5 बजकर 35 मिनट तक रहेगा और तीसरा मुहूर्त शाम 5 बजकर 35 मिनट से लेकर 6 बजकर 1 मिनट तक रहेगा।

गोवर्धन पूजा का महत्व

पौराणिक मान्यता के अनुसार, भगवान श्रीकृष्ण ने इस दिन अपनी छोटी उंगली पर गोवर्धन पर्वत उठाकर ब्रजवासियों को भगवान इंद्र के क्रोध से बचाया था। इसके साथ ही उन्होंने भगवान इंद्र को उनकी गलती का एहसास भी करवाया। तभी से भगवान कृष्ण के उपासक उन्हें गेहूं, चावल, बेसन से बनी सब्जी और पत्तेदार सब्जियां अर्पित करते हैं।

गोवर्धन पूजा का मंत्र

गोवर्धन धराधार गोकुल त्राणकारक।

विष्णुबाहु कृतोच्छ्राय गवां कोटिप्रभो भव।।

ऐसा माना जाता है कि, आज के दिन इस मंत्र का जाप करना बहुत शुभकारी और फलदायी होता है।

क्यों मनाया जाता है अन्नकूट

अन्नकूट उत्सव गोवर्धन पूजा के दिन मनाया जाता है। इस दिन भगवान कृष्ण को विभिन्न प्रकार के अन्न का भोग चढ़ाया जाता है। गोवर्धन पूजा के दिन भगवान श्रीकृष्ण को 56 भोग लगाने की परंपरा है।

गोवर्धन पूजा करने से क्या लाभ होता है

गोवर्धन पूजा करने से व्यक्ति के जीवन में धन, संतान और गौ रस की वृद्धि होती है। इसके साथ ही व्यक्ति को समस्याओं से छुटकारा मिलता है। गोवर्धन पूजा करने वाले को भगवान श्रीकृष्ण का अखंड आशीर्वाद प्राप्त होता है।

गोवर्धन पूजा को अन्नकूट क्यों कहा जाता है

गोवर्धन पूजा को कई जगहों पर अन्नकूट पूजा भी कहा जाता है। इस दिन गेहूं, चावल, बेसन से बनी कढ़ी और पत्तेदार सब्जियों से भोजन तैयार किया जाता है और भगवान कृष्ण को अर्पित किया जाता है।

गोवर्धन पूजा क्यों की जाती है

गोवर्धन पूजा के दिन गोवर्धन पर्वत, गाय और भगवान श्रीकृष्ण की पूजा की जाती है। इस पूजा के माध्यम से प्राकृतिक संसाधनों का सम्मान किया जाता है। यह पूजा भगवान कृष्ण द्वारा इन्द्र देव को पराजित करने के उपलक्ष्य में मनाई जाती है। कहा जाता है कि भगवान कृष्ण ने सभी को गोवर्धन पूजा के महत्व के बारे में बताया था।

Similar Posts