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जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की गोली मारकर हत्या, प्रधानमंत्री मोदी ने जताया दुख
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जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की गोली मारकर हत्या, प्रधानमंत्री मोदी ने जताया दुख

स्वदेश डेस्क
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8 July 2022 3:15 PM IST

भारत में शिंजो आबे के सम्मान में 9 जुलाई 2022 को एक दिन का राष्ट्रीय शोक मनाया जाएगा।

टोक्यो।जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे नहीं रहे। पश्चिमी जापान के नारा शहर में एक चुनावी सभा में भाषण के दौरान शुक्रवार सुबह उन्हें गोली मारी गई थी, जिसके बाद उन्हें कार्डियक अरेस्ट भी आया था।घटना के बाद शिंजो आबे को तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन उनकी जान नहीं बचाई जा सकी। जापान के सरकारी समाचार प्रसारक एनएचके वर्ल्ड न्यूज ने शिंजो आबे के निधन की पुष्टि की है।


शिंजो आबे पर हमले के कुछ घंटे बाद राजधानी टोक्यों में एक भावनात्मक भाषण देते हुये प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने कहा- 'यह 'घृणित कार्य' है। मैं दिल से दुआ कर रहा हूं कि आबे ठीक हो जाएं। मैं इस हमले की कड़े शब्दों में निंदा करता हूं। लोकतंत्र में ऐसी हिंसा की कोई जगह नहीं है।उन्होंने आगे कहा था कि देश में चुनाव चल रहे हैं। यह लोकतंत्र की बुनियाद पर हमला है। यह बर्बर और दुर्भावनापूर्ण है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। हम जो कुछ भी कर सकते हैं, करेंगे। इस हमले की निंदा के लिए जितने भी कड़े शब्द हो सकते हैं, मैं उसका इस्तेमाल करना चाहूंगा।'

भारत में मनाया जाएगा शोक -

शिंजो आबे पर हुए हमले की दुनिया भर में निंदा हो रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दुख व्यक्त करते हुए नौ जुलाई को एक दिवसीय राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि आज पूरा भारत जापान के साथ शोक में है और हम इस कठिन घड़ी में अपने जापानी भाइयों और बहनों के साथ खड़े हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "पूर्व प्रधानमंत्री अबे शिंजो के प्रति हमारे गहरे सम्मान के प्रतीक के रूप में, 9 जुलाई 2022 को एक दिन का राष्ट्रीय शोक मनाया जाएगा।" मैं अपने सबसे प्यारे दोस्तों में से एक शिंजो आबे के दुखद निधन पर स्तब्ध और दुखी हूं। वह एक महान वैश्विक राजनेता, एक उत्कृष्ट नेता और एक उल्लेखनीय प्रशासक थे। उन्होंने जापान और दुनिया को एक बेहतर जगह बनाने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया।"

पद्म भूषण से सम्मानित -

उल्लेखनीय है कि जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे को भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मानों में से एक पद्म विभूषण से सम्मानित किया जा चुका है। भारत और जापान के बेहतर संबंधों में उनकी अहम भूमिका मानी जाती है।इससे पहले 1932 में जापान के प्रधानमंत्री इनुकाई सुयोशी की हत्या एक नौसेना अधिकारी ने कर दी थी। जापान उन देशों में शुमार है, जहां बंदूक रखने को लेकर बेहद कड़े कानून हैं। शिंजो आबे ने इसी साल फरवरी में कहा था कि जापान को लंबे समय से जारी एक वर्जना को तोड़ देना चाहिए और परमाणु हथियारों पर सक्रिय बहस शुरू करनी चाहिए।

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