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MLA योगेश वर्मा थप्पड़ कांड के 5 दिन बाद BJP ने लिया एक्शन, अधिवक्ता अवधेश सिंह और पुष्पा सिंह पार्टी से बाहर

BJP ने लिया एक्शन, अधिवक्ता अवधेश सिंह और पुष्पा सिंह पार्टी से बाहर

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लखीमपुर खीरी: MLA योगेश वर्मा थप्पड़ कांड के 5 दिन बाद BJP ने लिया एक्शन, अधिवक्ता अवधेश सिंह और पुष्पा सिंह पार्टी से बाहर

Gurjeet Kaur
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14 Oct 2024 8:51 PM IST

लखीमपुर खीरी, उत्तरप्रदेश। MLA योगेश वर्मा थप्पड़ कांड के 5 दिन बाद भाजपा ने एक्शन लिया है। अधिवक्ता अवधेश सिंह, उनकी पत्नी पुष्पा सिंह, अनिल यादव व ज्योति शुक्ला को भाजपा ने पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया है। विधायक थप्पड़ कांड में 5 दिन बाद पार्टी ने अनुशासन हीनता का हवाला देते हुए की बड़ी कारवाई की है।

विधायक योगेश वर्मा ने सोमवार शाम ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की है। मुलाकात के कुछ देर बाद ही यह आदेश पारित किया गया। सीएम ने अभद्रता करने वालों के खिलाफ सख्त एक्शन लेने की बात कही थी। इस मामले में विधायक आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की मांग कर रहे हैं।

अर्बन कोऑपरेटिव बैंक चुनाव के लिए पर्चे भरने के दौरान भाजपा विधायक योगेश वर्मा को निर्वतमान अध्यक्ष पुष्पा सिंह के पति एवं लखीमपुर बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अवधेश सिंह ने पीट दिया था। इसके बाद हंगामा हो गया। इसका एक वीडियो भी वायरल हो गया था। विधायक योगेश वर्मा को थप्पड़ लगने के बाद दोनों गुटों के बीच पुलिस ने बीच-बचाव किया था। इसी दौरान दूसरे गुट से कुछ लोगों ने विधायक को फिर से पीट दिया था।

इस पूरे मामले के सामने आने के बाद भाजपा ने लखीमपुर बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अवधेश सिंह उनकी पत्नी पुष्पा सिंह और अन्य से स्पष्टीकरण मांगा था। मारपीट की इस घटना को अभद्र बताते हुए भाजपा ने अधिवक्ता अवधेश सिंह, उनकी पत्नी पुष्पा सिंह, अनिल यादव व ज्योति शुक्ला को निष्कासित कर दिया है।

विधायक योगेश वर्मा को पुलिस किसी तरह उनसे बचाकर अलग ले गई थी। विधायक योगेश वर्मा का आरोप था कि, पुष्पा सिंह के पति अवधेश सिंह आदि ने मिलकर चुनाव की लिस्ट ही फड़वा दी। उन्होंने पूरे मामले की जांच की मांग उठाई थी। उधर, अवधेश सिंह और पुष्पा सिंह का कहना था कि, "विधायक दबंगई दिखा रहे हैं। कहा कि अगर चुनाव में कोई गड़बड़ी हो रही तो आरओ से शिकायत करें। विधायक न तो मेम्बर हैं न डेलीगेट। फिर किस हैसियत से आए। आरोप गलत है। विधायक खुद अराजकतत्वों को लेकर चुनाव में बवाल कराने डेढ़ दो सौ समर्थकों संग आए थे।" उन्होंने विधायक पर शराब पीने का भी आरोप लगाया। अवधेश सिंह का करणी सेना ने सम्मान किया था इसके बाद मामला और बढ़ गया।

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