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Lead Story
अन्ना हजारे ने शराब नीति पर केजरीवाल को लगाई फटकार, कहा - आपकी कथनी और करनी में अंतर
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अन्ना हजारे ने शराब नीति पर केजरीवाल को लगाई फटकार, कहा - आपकी कथनी और करनी में अंतर

स्वदेश डेस्क
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30 Aug 2022 3:13 PM IST

नईदिल्ली। सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखकर नसीहत दी है। उन्होंने पत्र में दिल्ली सरकार की चर्चित नई शराब नीति को लेकर फटकार लगाई है। उन्होंने कहा की आपकी सरकार ने लोगों के जीवन को बर्बाद करनेवाली, महिलाओं को प्रभावित करने वाली शराब नीति बनाई है। आप भी सत्ता के नशे में डूब गए। एक बड़े आंदोलन से जन्मी एक पार्टी के लिए यह शोभा नहीं देता।

अन्ना हजारे ने पत्र में आगे लिखा की, आपने 'स्वराज' नाम की किताब में कितनी आदर्श बातें लिखी थी। आप से बड़ी उम्मीद थी, लेकिन, लगता है राजनीति में जाने और मुख्यमंत्री बनने के बाद आप आदर्श विचारधारा को भूल गए हैं। जिस प्रकार शराब का नशा होता है, उसी प्रकार सत्ता का भी नशा होता है। आप भी ऐसी सत्ता के नशे में डूब गए हो, ऐसा लग रहा है।'




उन्होंने आगे लिखा की 10 साल पहले 18 सितंबर 2012 को दिल्ली में टीम अन्ना के सदस्यों की मीटिंग हुई थी, उस वक्त आप ने राजनीतिक रास्ता अपनाने की बात रखी थी लेकिन आप भूल गए कि राजनीतिक पार्टी बनाना यह हमारे आंदोलन का उद्देश्य नहीं था। उस वक्त टीम अन्ना के बारे में जनता के मन में विश्वास पैदा हुआ था। इसलिए उस वक्त मेरी सोच थी कि टीम अन्ना देशभर में घूमकर लोकशिक्षण, लोकजागृति का काम करना जरूरी था. अगर इस दिशा में काम होता तो कही पर भी शराब की ऐसी गलत नीति नहीं बनती।

अन्ना ने आगे लिखा की 'राजनीति में जाकर मुख्यमंत्री बनने के बाद आप आदर्श विचारधारा को भूल गए हैं ऐसा लगता है। दिल्ली में आपकी सरकार ने ऐसी नई शराब नीति बनाई, जिससे शराब की बिक्री और शराब पीने को बढ़ावा मिल सकता है। गली गली में शराब की दुकानें खुलवाई जा सकती हैं। इससे भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिल सकता है। यह जनता के हित में नहीं है।'

शराब नीति की जांच जारी -

बता दें की की दिल्ली सरकार द्वारा बनाई गई नई आबकारी नीति की सीबीआई जांच कर रही है। इस मामले में दिल्ली के आबकारी मंत्री मनीष सिसोदिया के घर और बैंक की सीबीआई तलाशी ले चुकी है। सीबीआई ने सिसोदिया समेत 15 लोगों को शराब घोटाले में आरोपी बनाया गया है। वहीँ भाजपा का आरोप है की दिल्ली सरकार ने इस नीति के माध्यम से अपने करीबियों को लाभ पहुंचाया है।



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