< Back
Lead Story
सड़कों में 16 लाख लोगों की भीड़ नहीं संभाल सकी प्रशासन? 5 की मौत, कई अस्पताल में भर्ती
Lead Story

Chennai IAF Air Show: सड़कों में 16 लाख लोगों की भीड़ नहीं संभाल सकी प्रशासन? 5 की मौत, कई अस्पताल में भर्ती

Jagdeesh Kumar
|
7 Oct 2024 10:09 AM IST

रविवार को सुबह 8 से यहां भीड़ इकट्ठा होने लगी थी जबकि शो सुबह 11 बजे से 1 बजे के बीच था।

चेन्नई के मरीना तट में भारतीय वायुसेना का 92वां वर्षगांठ मनाया गया। इसमें भव्य तरीके से एयर शो का आयोजन किया गया, जिसे देखने के लिए भारी भीड़ इकट्ठी हो गई। लेकिन इन लाखों लोगों को क्या पता था कि एयर शो देखना उनके लिए जानलेवा हो सकता है।

दरअसल, एयर शो देखने गए लोगों को लौटते समय भारी दिक्कतें हुई। गर्मी और भीड़ में फंसने के कारण लोगों का दम घुटने लगा, जिससे 5 लोगों की मौत हो गई। पुलिस के मुताबिक, एक व्यक्ति की मौत बीच पर हुई जबकि अन्य चार की आसपास के इलाकों में हुई। हालांकि तमिलनाडु सरकार इसे मौत के आंकड़ों को झूठ बता रही है, सरकार का कहना इस आयोजन में किसी प्रकार की कोई लापरवाही नही हुई। वहीं, विपक्ष कई सवाल खड़े कर रहा है।

लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड बनाने पहुंचे थे 16 लाख लोग

दरअसल, एयर फोर्स ने इस एयर शो के जरिए 16 लाख लोगों को बुलाकर लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड बनाने की कोशिश की थी। रविवार को सुबह 8 से यहां भीड़ इकट्ठा होने लगी थी जबकि शो सुबह 11 बजे से 1 बजे के बीच था। सही व्यवस्था न होने के कारण इसमें कई लोग फंस गए।

विपक्ष हमलावर

पूर्व मुख्यमंत्री और अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (AIADMK) के महासचिव एडप्पादी के. पलानीस्वामी ने स्टालिन सरकार की जमकर आलोचना की और कहा कि इस तरह के महत्वपूर्ण आयोजन के लिए उचित व्यवस्था करने में विफल रही।

बीजेपी ने साधा निशाना

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के अन्नामलाई ने भी इस घटना के लिए डीएमके सरकार को जिम्मेदार ठहराया। अन्नामलाई ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि मैं यह सुनकर स्तब्ध हूं कि चेन्नई मरीना बीच पर आयोजित आईएएफ 'एयर शो' कार्यक्रम के दौरान भीड़ के कारण 5 लोगों की मौत हो गई और 200 से अधिक लोग घायल हो गए। इसका एकमात्र कारण यह है कि डीएमके सरकार ने आईएएफ एयर शो देखने आए लोगों के लिए बुनियादी सुविधाएं और पर्याप्त परिवहन व्यवस्था प्रदान किए बिना जनता की सुरक्षा का ध्यान नहीं रखा।

हालांकि इन सबके बावजूद तमिलनाडु सरकार का कहना है कि रोयापेट्टा और ओमानदुरार में कोई भी मरीज भर्ती नहीं है, सभी को छुट्टी दे दी गई है। राजीव गांधी अस्पताल में कुछ स्वास्थ्य समस्याओं के कारण दो मरीज भर्ती हैं, दोनों की हालत स्थिर है। भीड़ या कुप्रबंधन के कारण कोई मौत नहीं हुई है।

Similar Posts