छत्तीसगढ़
कर्रेगट्टा की पहाड़ियों में फंसा हिड़मा! नक्सलियों ने लगाई शांति वार्ता की गुहार
छत्तीसगढ़

बीजापुर- तेलंगाना बॉर्डर पर मुठभेड़ जारी: कर्रेगट्टा की पहाड़ियों में फंसा हिड़मा! नक्सलियों ने लगाई शांति वार्ता की गुहार

Deeksha Mehra
|
25 April 2025 7:15 PM IST

Chhattisgarh Naxal Peace Talks Pamphlet : जगदलपुर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में कर्रेगट्टा की पहाड़ियों पर पिछले 85 घंटों से एक ऐतिहासिक ऑपरेशन चल रहा है, जहां सुरक्षाबलों ने नक्सलियों को चारों तरफ से घेर लिया है। इस जंग में खूंखार नक्सली कमांडर हिड़मा, देवा और विकास के फंसे होने की खबर है। इस बीच, नक्सली संगठन ने सरकार से शांति वार्ता की अपील की है, लेकिन सुरक्षाबलों का ऑपरेशन रुकने का नाम नहीं ले रहा।

नक्सलियों की शांति वार्ता की गुहार

भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) के उत्तर-पश्चिम सब जोनल ब्यूरो के प्रभारी रूपेश ने एक पत्र जारी कर सरकार से तत्काल शांति वार्ता शुरू करने की मांग की है। उन्होंने बीजापुर-तेलंगाना सीमा पर चल रहे संयुक्त ऑपरेशन को रोकने की अपील करते हुए कहा कि बस्तर में बंदूक से शांति नहीं लाई जा सकती। रूपेश ने दावा किया कि नक्सली पहले भी वार्ता के लिए तैयार थे, लेकिन सरकार ने कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाया।

उन्होंने हाल ही में शुरू हुए कागार ऑपरेशन पर भी सवाल उठाए, जिसके तहत छत्तीसगढ़, तेलंगाना और आंध्रप्रदेश की संयुक्त टीमें नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई कर रही हैं। रूपेश का कहना है कि सरकार एक तरफ बातचीत की बात करती है, तो दूसरी तरफ जंगलों में सैन्य अभियान चलाती है। उन्होंने पत्र के अंत में लिखा कि नक्सली संगठन सरकार के जवाब का इंतजार कर रहा है।

कर्रेगट्टा में निर्णायक जंग

बीजापुर के कर्रेगट्टा की पहाड़ियों पर चल रहा यह ऑपरेशन बेहद रणनीतिक है। सुरक्षाबलों ने करीब सात किलोमीटर के दायरे में पूरे इलाके को घेर रखा है। सूत्रों के मुताबिक, नक्सली कमांडर हिड़मा अपनी कंपनी नंबर-1 की पूरी टीम के साथ पहाड़ी की चोटी पर मौजूद हैं। इस ऑपरेशन में तेलंगाना, आंध्रप्रदेश और छत्तीसगढ़ की संयुक्त टीमें शामिल हैं, जो दिन-रात नक्सलियों पर दबाव बनाए हुए हैं।

गर्मी और मुश्किल भौगोलिक परिस्थितियों के बावजूद सुरक्षाबल डटकर मुकाबला कर रहे हैं। जवानों तक हेलीकॉप्टर के जरिए राशन और जरूरी सामान पहुंचाया जा रहा है। दूसरी ओर, नक्सलियों को भी राशन की कमी का सामना करना पड़ रहा है, हालांकि ऑपरेशन शुरू होने से पहले उनके पास ट्रैक्टर से राशन पहुंचाया गया था।

अब तक तीन नक्सलियों के शव बरामद

इस ऑपरेशन में अब तक तीन नक्सलियों के शव बरामद किए गए हैं। हालांकि, पुलिस ने अभी तक इस अभियान पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। बीजापुर में तीन हेलीपैड्स को हाई अलर्ट पर रखा गया है।

खबर है कि छत्तीसगढ़ के डीजी और गृहमंत्री विजय शर्मा जल्द ही बीजापुर का दौरा कर सकते हैं। इस दौरान कुछ जवानों के डिहाइड्रेशन का शिकार होने की भी खबर है, जिन्हें इलाज के लिए भद्राचलम एयरलिफ्ट किया गया।

बता दें कि, यह ऑपरेशन बस्तर के लिए एक निर्णायक लड़ाई मानी जा रही है। इसके लिए लंबे समय से तैयारियां चल रही थीं। विशेष रूप से प्रशिक्षित जवानों को चुना गया है, जो घने जंगलों और पहाड़ी इलाकों में युद्ध जैसी स्थिति से निपटने में सक्षम हैं।





Similar Posts