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175 दिन बाद भोपाल की मासूम बेटी को मिला न्याय, रेप कर हत्या करने वाले को फांसी, साथ देने वाली मां और बहन को भी सजा
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Bhopal Rape Case: 175 दिन बाद भोपाल की मासूम बेटी को मिला न्याय, रेप कर हत्या करने वाले को फांसी, साथ देने वाली मां और बहन को भी सजा

Rashmi Dubey
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18 March 2025 6:06 PM IST

भोपाल। शाहजहांनाबाद, भोपाल में 5 साल की बच्ची के साथ हुए जघन्य अपराध ने शहर को झकझोर कर रख दिया था। आरोपी अतुल भालसे ने न केवल बच्ची का अपहरण किया, बल्कि उसके साथ दुष्कर्म करने के बाद उसकी निर्मम हत्या भी कर दी। अदालत ने इस घिनौने अपराध को गंभीरता से लेते हुए मंगलवार के दिन दोषी को फांसी की सजा सुनाई है। इसके अलावा, इस अपराध में अतुल की मां और बहन की संलिप्तता भी पाई गई, जिसके लिए उन्हें 2-2 साल की कैद की सजा दी गई है।

यह फैसला समाज में एक कड़ा संदेश देता है कि मासूमों के खिलाफ होने वाले ऐसे जघन्य अपराधों को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अदालत का यह निर्णय न्याय की जीत है और यह सुनिश्चित करता है कि ऐसे अपराधियों को उनके किए की सजा मिले।

विशेष न्यायाधीश कुमुदिनी पटेल द्वारा सुनाए गए इस फैसले में, तीनों आरोपियों को दोषी ठहराया गया है। यह घटना 24 सितंबर को घटित हुई थी, जब आरोपी युवक ने एक 5 वर्षीय बच्ची का अपहरण किया, उसके साथ दुष्कर्म किया और फिर उसकी निर्मम हत्या कर दी। बच्ची का शव उसी इमारत के एक बंद फ्लैट से बरामद किया गया था, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि अपराध वहीं अंजाम दिया गया था। पुलिस की जांच में यह खुलासा हुआ कि बच्ची की हत्या गला घोंटकर की गई थी, जो इस अपराध की क्रूरता को और भी उजागर करता है। इस घटना ने समाज में गहरा आक्रोश पैदा किया और न्याय की मांग को बल दिया, जिसके परिणामस्वरूप अदालत ने दोषियों को कड़ी सजा सुनाई।

जानिए क्या हुआ था उस दिन

शाहजहांनाबाद इलाके में रहने वाली 5 साल की बच्ची के साथ बेरहमी से दुष्कर्म कर उसकी हत्या कर दी गई। नगर निगम की ओर से फॉगिंग के दौरान आरोपी अतुल भालसे ने इसका फायदा उठाया और बच्ची का मुंह बंद कर कमरे में दुष्कर्म किया। इसके बाद गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी। बच्ची के शव को उसने पलंग के नीचे छिपा दिया। लेकिन बदबू और मक्खियों के कारण उसने उसे प्लास्टिक की टंकी में डाल दिया और उसके ऊपर जूते-चप्पल डाल दिए थे ।

किताब लेने निकली मासूम, फिर नहीं लौटी घर

घर पर थी। इसी दौरान वह पास ही के एक फ्लैट में किताब लेने गई, लेकिन वापस नहीं लौटी। जब काफी देर तक वह नहीं लौटी, तो परिजन घबरा गए। सूचना मिलने पर पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज कर जांच शुरू की। कई घंटों की तलाश के बाद गुरुवार को मासूम का शव बरामद हुआ, जिससे पूरे इलाके में सनसनी फैल गई।

48 घंटे की तलाश के बाद मिली मासूम की लाश

बच्ची के लापता होने के बाद पुलिस ने रातभर सर्च ऑपरेशन चलाया, लेकिन कोई ठोस सुराग हाथ नहीं लगा। अगली सुबह फिर से तलाश शुरू की गई। पुलिस ने अलग-अलग टीम बनाकर जांच की जिम्मेदारियां बांटी। इलाके के सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए, नालों और आसपास के घरों की गहन तलाशी ली गई। इसी दौरान 27 सितंबर की सुबह नगर निगम द्वारा मल्टी की पिछली तरफ सफाई कराई जा रही थी। इसी दौरान बिल्डिंग के पास एक बंद पड़े घर में सृष्टि का शव बरामद हुआ। करीब 48 घंटे बाद मासूम की लाश मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई।

अदालत ने तीनों को पाया दोषी

पुलिस ने पूरे मामले की विवेचना पूरी करने के बाद 20 दिसंबर को विशेष न्यायालय में आरोप पत्र दाखिल किया था। जांच में सामने आया कि अतुल निहाले ने मासूम बच्ची के साथ बलात्कार कर उसकी हत्या की थी। वहीं, उसकी बहन चंचल भालसे ने शव को छुपाने में मदद की, जबकि मां बसंती बाई ने इस जघन्य वारदात की जानकारी छिपाकर आरोपी का साथ दिया। विशेष न्यायाधीश कुमुदिनी पटेल ने तीनों को दोषी करार देते हुए सख्त सजा सुनाई।

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