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12वीं की ओपन परीक्षा में बांटे दसवीं के पेपर, केंद्राध्यक्ष समेत 3 जिम्मेदारों पर एक्शन
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Gariaband News: 12वीं की ओपन परीक्षा में बांटे दसवीं के पेपर, केंद्राध्यक्ष समेत 3 जिम्मेदारों पर एक्शन

Deeksha Mehra
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4 April 2025 2:10 PM IST

Class 10th Papers Distributed in Class 12th open exam in Gariaband : गरियाबंद। छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में ओपन स्कूल की परीक्षा के दौरान एक बड़ी लापरवाही सामने आई है, जिसने शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। लोहरसी परीक्षा केंद्र पर 12वीं कक्षा की परीक्षा के दौरान 10वीं कक्षा का गृह विज्ञान का पेपर बांट दिया गया, जिसके चलते 4 अप्रैल को होने वाली 10वीं की परीक्षा का पर्चा एक दिन पहले ही लीक हो गया। इस घटना ने न केवल परीक्षा की गोपनीयता को भंग किया, बल्कि छात्रों और अभिभावकों में भी आक्रोश पैदा कर दिया है।

क्या है पूरा मामला?

जानकारी के अनुसार, लोहरसी परीक्षा केंद्र पर 3 अप्रैल 2025 को 12वीं कक्षा के गृह विज्ञान का पेपर आयोजित होना था। लेकिन केंद्राध्यक्ष नारायण सिंह की लापरवाही के चलते 12वीं के बजाय 10वीं कक्षा का गृह विज्ञान का पेपर छात्रों को बांट दिया गया।

इस गड़बड़ी का पता चलते ही केंद्राध्यक्ष ने पेपर को वापस लेकर सही पेपर बांटने की कोशिश की, लेकिन तब तक 10वीं का पर्चा लीक हो चुका था। यह पेपर 4 अप्रैल को होने वाली 10वीं की परीक्षा का था, जिसके लीक होने से परीक्षा की निष्पक्षता पर सवाल खड़े हो गए हैं।

केंद्राध्यक्ष ने दी सफाई

केंद्राध्यक्ष नारायण सिंह ने इस लापरवाही पर सफाई देते हुए कहा, "आज 12वीं कक्षा का गृह विज्ञान का पेपर होना था, लेकिन गलती से 10वीं का गृह विज्ञान पेपर बांट दिया गया। जैसे ही हमें इसकी जानकारी हुई, हमने तुरंत पेपर बदल दिया।" हालांकि, उनकी यह सफाई जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) को संतुष्ट नहीं कर सकी, और इस गंभीर लापरवाही के लिए सख्त कार्रवाई की गई।

DEO ने की सख्त कार्रवाई

जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) सारस्वत ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल कार्रवाई की। उन्होंने लापरवाही के लिए जिम्मेदार तीन अधिकारियों—केंद्राध्यक्ष नारायण सिंह, सहायक केंद्राध्यक्ष तुलसी राम यादव, और ऑब्जर्वर नितू साह- को तत्काल प्रभाव से हटा दिया।

DEO सारस्वत ने बताया, "इस लापरवाही के चलते 10वीं का पेपर लीक हो गया, जिसके बाद हमने तुरंत कार्रवाई की। पेपर बदलने के साथ-साथ 4 अप्रैल की 10वीं की परीक्षा की तारीख को निरस्त करने के लिए राज्य ओपन स्कूल को पत्र भेजा गया है।" इस घटना ने शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

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