AIIMS के डॉक्टरों का कमाल, सिर खोलकर करते रहे सर्जरी, बच्ची मुस्कराकर देती रही जवाब
डॉक्टरों का कहना है कि इस तकनीक को Conscious Sedation तकनीक कहते है। इस तकनीक में मरीज की बिना बेहोश किए सर्जरी की जाती है।
नईदिल्ली। दिल्ली के सबसे बड़े अस्पताल में एम्स के डॉ दीपक गुप्ता के नेतृत्व में डॉक्टरों की टीम ने बड़ी उपलब्धि हासिल की है। यहां 6 साल की मासूम की की बच्ची के ब्रेन ट्यूमर की दुर्लभ सर्जरी की है।जिसमें पूरे समय बच्ची जागती रही और डॉक्टरों से बात करती रही है।
डॉक्टरों का कहना है कि इस तकनीक को Conscious Sedation तकनीक कहते है। इस तकनीक में मरीज की बिना बेहोश किए सर्जरी की जाती है।इसी तकनीक से बच्ची का ऑपरेशन किया गया है। डॉक्टरों का दावा है कि इस तकनीक के जरिए ये दुनिया की सबसे कम उम्र के बच्चे में हुई पहली सर्जरी है। सर्जरी के दौरानबच्ची को जनरल एनेस्थीसिया नहीं दी गई। करीब साढ़े तीन घंटे चली सर्जरी के दौरान बच्ची पूरे होश में थी। हालंकि सर्जरी से पहले बच्ची को 16 इंजेक्शन दिए गए थे ताकि उसे दर्द का एहसास ना हो।
उप्र के प्रयागराज से ये बच्ची ऑपरेशन के लिए एम्स आई थी। बच्ची को लेफ्ट पेरिसिल्वियन इंट्राक्सियल ब्रेन ट्यूमर था, इसका सफल ऑपरेशन किया गया। उन्होंने बताया कि बच्ची को ऑपरेशन से पहले उसकी स्कल यानि खोपड़ी में दोनों तरफ 16 इंजेक्शन लगाए गए थे। उससे पहले बच्ची को ड्रॉप दी गई थी ताकि उसे इंजेक्शन का दर्द कम महसूस हो उन्होंने कहा कि इस सर्जरी में मरीज के ब्रेन के अंदर पहुंचते है.इसीलिए मरीज को जगाकर रखा जाता है। साथ ही उससे बात की जाती है। इसका उद्देश्य सर्जरी के दौरान ही मरीज की मेमोरी, स्पीच और मोटर फंक्शन चेक करना होता है ताकि सर्जरी के बाद कोई डेमेज न हो।