5 करोड़ का म्यूजिकल फाउंटेन 4 साल से बंद, महापौर मीनल चौबे का ठेकेदार पर सख्त एक्शन

Update: 2025-12-07 08:16 GMT

शहर के बूढ़ा तालाब (स्वामी विवेकानंद सरोवर) में 5 करोड़ की लागत से तैयार किया गया म्यूजिकल फाउंटेन पिछले चार साल से बंद पड़ा है। इसकी शिकायत मार्निंग वॉक के दौरान नागरिकों ने महापौर मीनल चौबे से की। महापौर शनिवार की सुबह अचानक निरीक्षण के लिए स्थल पर पहुंचीं। फाउंटेन बंद देखकर उन्होंने मौके पर ही रायपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के इंजीनियर शुभम तिवारी और योगेंद्र साहू को तलब किया और लापरवाही पर कड़ी नाराजगी जताई।

ज्ञात हो कि पूर्व कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में पांच करोड़ रुपये खर्च कर यह बहुरंगी म्यूजिकल फाउंटेन लगाया गया था। निर्माण के समय से ही इसके संचालन को लेकर विवाद चला आ रहा है।

ठेकेदार को तत्काल नोटिस

फाउंटेन केवल एक महीने में तीन बार बंद हो गया। पूर्व महापौर एजाज ढेबर ने पहले कहा था कि फाउंटेन ट्रायल मोड पर चलाया गया था और 15–20 फंक्शन का परीक्षण होना था। निगम का दावा था कि फाउंटेन बंद नहीं हुआ है, बल्कि इसे सुधारकर बेहतर रूप में दोबारा शुरू किया जाएगा। बावजूद इसके, फाउंटेन लंबे समय से बंद पड़ा रहा।

शुरुआत से विवादों में रहा फाउंटेन

वर्ष 2020 में लगाया गया यह म्यूजिकल फाउंटेन देश का दूसरा सबसे बड़ा फाउंटेन बताया गया। यह प्रदेशभर के पर्यटन आकर्षण का केंद्र था। लेकिन लोकार्पण के केवल एक सप्ताह बाद ही फव्वारा बंद हो गया। इसके साथ ही लागत और ठेके को लेकर सवाल उठने लगे, जिससे शुरू से ही यह विवादों में रहा।

महापौर मीनल चौबे ने ठेकेदार को तत्काल नोटिस जारी करने, 5 प्रतिशत यानी 25 लाख रुपये की सिक्योरिटी डिपॉजिट राजसात करने और ठेकेदार को ब्लैकलिस्ट करने के निर्देश दिए। ठेकेदार की अनुबंध अवधि में एक माह शेष होने के बावजूद फाउंटेन को महीनों से न शुरू किए जाने पर महापौर ने अधिकारियों को फटकार लगाई। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया कि फाउंटेन तुरंत चालू किया जाए, अन्यथा इसे हटाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

ठेका एजेंसी की देरी पर स्मार्ट सिटी की कार्रवाई पर सवाल

फाउंटेन को ठीक करने के लिए ठेका एजेंसी ने दिसंबर 2020 तक का समय मांगा था। वहीं, स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने ठेकेदार के बिल में 25 प्रतिशत कटौती करने की बात कही थी। बूढ़ा तालाब के तीसरे फेज के सौंदर्यीकरण के तहत स्मार्ट सिटी को 50 करोड़ खर्च करने थे, लेकिन फाउंटेन के जल्द ठप पड़ जाने से परियोजना की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल उठे हैं। ठेका एजेंसी का कहना है कि फाउंटेन का काम थर्ड फेज में पूरा होना था और इसे नए साल से पहले काम बंद कर दिया जाएगा।

बावजूद इसके, करोड़ों की लागत वाला यह फव्वारा बार-बार बंद होने से रायपुर स्मार्ट सिटी की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं।

महापौर मीनल चौबे का कथन

"जनहितकारी योजनाओं में सार्वजनिक धन का 100 प्रतिशत सदुपयोग होना चाहिए। इस तरह की गड़बड़ियों में ढिलाई नहीं की जाएगी।"

Similar News