Home > Archived > शोध के क्षेत्र में भारत का बढ़ा कद सातवें से पांचवें स्थान पर पहुंचा

शोध के क्षेत्र में भारत का बढ़ा कद सातवें से पांचवें स्थान पर पहुंचा

शोध के क्षेत्र में भारत का बढ़ा कद सातवें से पांचवें स्थान पर पहुंचा
X

नई दिल्ली। शोध के क्षेत्र में भारत ने एक लंबी छलांग लगाई है। अब वह शोध के क्षेत्र में दुनिया के शीर्ष के 10 देशों में पांचवे स्थान पर पहुंच गया है। इससे पहले इस सूची में भारत का स्थान सातवां था। भारत ने यह मुकाम जापान, फ्रांस, इटली जैसे देशों को पछाड़ते हुए हासिल किया है। हालांकि अभी भी वह इस रैंकिंग में अमेरिका, चीन, इंग्लैंड और जर्मनी से पीछे है। दुनिया के भर के शोध कार्यो पर नजर रखने वाली स्कोपस एजेंसी ने यह रैंकिंग जारी की है। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावडेकर ने इस उपलब्धि को लकेर खुशी भी जताई है। एजेंसी ने यह रैंकिंग वर्ष 2014 से 2017 के बीच दुनिया भर के देशों में हुए शोध कार्यो और उनके प्रकाशन के आधार पर तैयार की है। इसके भारत में इन तीन सालों में 5.64 लाख शोध प्रकाशित हुए है। जो दुनिया में शोध प्रकाशित करने वालों देशों में पांचवा सबसे बड़ा देश है। एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक इसमें पहले स्थान पर अमेरिका है, जिसने इस सालों में 25.89 लाख शोध प्रकाशित हुए है, जबकि चीन में करीब 19 लाख, इंग्लैंड में 7.78 लाख और जर्मनी में 6.83 लाख शोध प्रकाशित हुए है। केंद्रीय मंत्री जावडेकर ने ट्वीट कर कहा कि यह उपलब्धि पिछले सालों में शोध को बढावा देने के लिए उठाए गए कदमों का नतीजा है। उन्होंने कहा कि सरकार इसे बढ़ावा देने के लिए पूरी ताकत से जुड़ी हुई है। आने वाले दिनों में इसके और भी अच्छे परिणाम देखने को मिलेंगे।

Updated : 5 May 2018 12:00 AM GMT
Next Story
Top