नेपाल में भारी बारिश और भूस्खलन से 41 लोगों की मौत
काठमांडू। नेपाल में लगातार दो दिनो से हो रही मूसलाधार बारिश से आई बाढ़ और भूस्खलन में कम से कम 41 लोगों की मौत हो गई है और सौ से अधिक लोग विस्थापित हो गए हैं। यह जानकारी रविवार को मीडिया रिपोर्ट से मिली।
समाचार पत्र हिमालयन टाइम्स के अनुसार, नेपाल गृह मंत्रालय ने कहा है कि दक्षिणी नेपाल के सुन्सारी जिले में 7 लोग मारे गए हैं। इसके अलावा सिंधुली जिले में 4, झापा में 4, बांके, मोरांग एवं पंच्छतर जिलों में 3-3 लोगों की मौत हो गई है। मकावनपुर जिले बकइया नगरपालिका क्षेत्र में रविवार को हुए भूस्खलन में एक ही परिवार के छह लोगों की मौत हो गई हो गई है, जबकि सुरखेट जिले में एक ही परिवार के तीन लोग काल के गाल में समा गए हैं। उधर चितवन जिले में बाढ़ के पानी के तेज बहाव में दो लोग बह गए हैं।
मंत्रालय के प्रवक्ता संयुक्त सचिव दीपक काफ्ले ने बताया कि मोरांग जिले के सुंदर हरैंचा में बाढ़ से कम से कम तीन बुजुर्ग लापता हो गए हैं। सुन्सारी में उफनती धाराओं से 6 शव बाहर निकाले गए, जबकि सैकड़ों परिवार विस्थापित हो गए। झापा, मोरांग सुन्सारी, सप्तारी, सिराहा, सरलाही, रौताहत, बांके, बरदिया और डांग बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं।
बिराटनगर हवाई-अड्डे में बाढ़ का पानी घुसने के फिलहाल उसे बंद कर दिया गया है। मंत्रालय के अनुसार सरकार ने नेपाल पुलिस, नेपाली सेना और सशस्त्र पुलिस बल (एपीएफ) को बचाव और राहत कार्य में लगाया दिया है। फिर भी कुछ जगहों पर अभी बचाव दल के पहुंचने की प्रतीक्षा की जा रही है। लगातार मूसलाधार वर्ष के कारण बचाव कार्य में तेजी नहीं आ पा रही है। इस बीच बाढ़ और भूस्खलन से हुई क्षति के आकलन के लिए सत्ताधारी नेपाली कांग्रेस ने आज (रविवार को) बैठक बुलाई है।