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जरूरत पड़ी तो बिसलरी की बोतल बंटवा देंगे

जरूरत पड़ी तो बिसलरी की बोतल बंटवा देंगे
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-ग्वालियर में पानी की समस्या पर बोले प्रभारी मंत्री

ग्वालियर।
ग्वालियर की जनता को पानी के लिए त्राहि-त्राहिमाम नहीं होने देंगे। पीने के पानी की पूर्ति हर हाल में होगी। महाराष्ट्र में पानी की कमी पड़ी तो ट्रेन से पानी भिजवाया। लेकिन आज यहां स्थिति ऐसी नहीं है। पेयजल और निस्तार के पानी की समस्या का निदान इस सरकार के पास है। ग्वालियर में पानी की कमी होने पर, ट्रेन से तो क्या बिसलरी की बोतल पहुंचा देंगे।
ग्वालियर में दो दिवसीय प्रवास पर आए ग्वालियर जिले के प्रभारी मंत्री गौरीशंकर बिसेन ने इस तरह का बयान शुक्रवार को प्रेस से चर्चा करते हुए ग्वालियर में गहराते जल संकट और इसके निदान के लिए सरकार की कार्ययोजना संबंधी सवाल का उत्तर देते हुए दिया।

प्रभारी मंत्री श्री बिसेन ने आगे कहा कि ग्वालियर में पानी का संकट है। इसकी पूर्ति के लिए जो कार्ययोजना बनाई वह रूक गई। जहां से पानी आता है वहां पानी का स्टॉपेज नहीं हुआ। आज 28 जुलाई तक जिलों में इंद्र भगवान परेशान करें तो इंसान क्या करे। लेकिन गौरीशंकर बिसेन जहां जाता है, वहां वर्षा हो ही जाती है।

ग्वालियर की महिला तहसीलदार भूमिजा सक्सेना द्वारा राजस्व अमले को सम्मान नहीं मिलने संबंधी पक्तियां फेसबुक पर पोस्ट कर राजस्व अमले की पीड़ा व्यक्त किए जाने संबंधी सवाल पर श्री बिसेन ने कहा कि एक व्यक्ति का दुख लाखों के साथ जोड़कर नहीं देखा जा सकता। उनकी अपनी परेशानी हो सकती है। म.प्र. का सारा शासकीय अमला मुख्य सचिव से लेकर गांव के चौकीदार तक सरकार की कार्यशैली से न केवल प्रभावित बल्कि लाभान्वित भी है। हमने केन्द्र के समान महंगाई भत्ता और सातवां वेतनमान दिया है। डबरा के नगर पालिका परिषद के चुनाव में भाजपा की स्थिति को लेकर उन्होंने कहा कि शुरूआती रुझानों में भाजपा की स्थिति ठीक है। सभी एकजुट हैं।

सम्मान पाकर गदगद हुए कांग्रेसी

ग्वालियर जिले की विभिन्न समस्याओं के निदान के लिए महिला कांग्रेस अध्यक्ष कमलेश कौरव के नेतृत्व में प्रभारी मंत्री गौरीशंकर बिसेन को ज्ञापन सौंपने पहुंचे कांग्रेसी नेता प्रभारी मंत्री के मान सम्मान से ठंडे हो गए। प्रभारी मंत्री ने कांग्रेसियों को सम्मान से बिठाया तथा चाय-नास्ता लेने की बात कही। इस पर अशोक कौरव बोले कि आपने जो सम्मान दिया, हमारे लिए वही बहुत है। इसके बाद उन्होंने एक-एक कर कांग्रेसियों को समझाया कि वह किस तरह जनता के हित के निर्णय कर रहे हैं तथा विपक्ष को साथ लेकर जनहित में निर्णय ले रहे हैं। कांग्रेसी सिर्फ इतना ही बोल सके कि मंत्री जी ग्वालियर की समस्याओं के निदान के लिए भी कांग्रेस को विश्वास में लेकर काम करें।

प्रभारी मंत्री से मिलने नेता पहुंचे कार्यकर्ता नहीं

प्रभारी मंत्री गौरीशंकर बिसेन ने ग्वालियर प्रवास के दौरान एक अच्छी पहल करते हुए शुक्रवार को व्हीआईपी सर्किट हाऊस में भाजपा कार्यकर्ताओं को भेंट करने, उनकी समस्याएं सुनने के लिए आमंत्रित किया था, लेकिन एक घंटे में समस्याएं लेकर लगभग एक दर्जन कार्यकर्ता ही प्रभारी मंत्री के पास पहुंचे। ऐसा क्यों हुआ? कार्यकर्ताओं तक प्रभारी मंत्री का संदेश नहीं पहुंच सका अथवा कार्यकर्ताओं के पास कोई समस्याएं नहीं थी, इस बात को लेकर चर्चा जोरों पर रही। खास बात यह रही कि जिले के पदाधिकारी और नेता तो प्रभारी मंत्री से मिलने पहुंचे, लेकिन कार्यकर्ता प्रभारी मंत्री से मिलने नहीं पहुंचे।

पेयजल समस्या को लेकर महापौर और जिलाधीश से चर्चा

ग्वालियर शहर के संभावित पेयजल संकट को दृष्टिगत रखते हुए प्रभारी मंत्री गौरीशंकर बिसेन ने महापौर विवेक नारायण शेजवलकर और जिलाधीश राहुल जैन से चर्चा की। प्रभारी मंत्री ने वैकल्पिक प्लान तैयार करने के निर्देश भी दिए। प्रभारी मंत्री ने कहा कि शासन और प्रशासन को भविष्य की सभी संभावनाओं पर ध्यान रखते हुए वैकल्पिक प्लान तैयार रखना चाहिए। उन्होंने स्थाई समाधान के लिए चंबल नदी से पानी की आपूर्ति पर गंभीरता के विचार और प्रयास करने की सलाह भी दी। जिलाधीश राहुल जैन ने शहर की पेयजल व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिये किए जा रहे प्रयासों से प्रभारी मंत्री को अवगत कराया।

मसरूम काजू डालकर बनवाना कुलपति साहब


कृषि विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में आमंत्रित जिले के प्रभारी मंत्री गौरीशंकर बिसेन से मिलने कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अनिल कुमार सिंह शुक्रवार की सुबह करीब 10:30 बजे पहुंचे। प्रभारी मंत्री से कार्यक्रम की चर्चा शुरू भी नहीं हुई कि प्रभारी मंत्री बोले कि कुलपति महोदय कल आपके विश्वविद्यालय में राज्यपाल महोदय आ रहे हैं। खाने के मीनू में क्या बनवा रहे हैं। कुछ अच्छा बनवाना। इसके बाद उन्होंने वह पूरा मीनू कुलपति को समझाया। उन्होंने कहा कि मसरूम आपके यहां बनता है वह ठीक नहीं, मसरूम जिसमें काजू डलता है, मसाला डलता है वह बैस्ट क्वालिटी का होता है। भिण्डी टुकड़े वाली बनाना, खड़ी नहीं। सब्जी खसखस डालकर बनवाना। रोटी तंदूरी नहीं, तबे की बनवाना। मीठे में स्वीटकॉर्न, गरमा-गरम मंगौड़े, अच्छी क्वालिटी की कॉफी बनवाना, ऐसी नहीं जिसमें 75 प्रतिशत पानी, 25 प्रतिशत दूध रहता है। कुलपति श्री सिंह बोले, राज्यपाल का व्यस्त कार्यक्रम है, पता नहीं वह भोजन करेंगे भी अथवा नहीं। इस पर प्रभारी मंत्री बोले, हम तो भोजन करेंगे। भोजन का मीनू परिवर्तित किए जाने के सवाल पर कुलपति श्री सिंह का कहना है कि मंत्री जी ने जो मीनू बताया है, वह सभी लगभग 500 लोगों के लिए अचानक बदल पाना तो संभव नहीं है। हां व्हीआईपी के लिए जितना संभव हो सकेगा, मीनू बदल देंगे।

खुद के समाचार देखने खंगाले अखबार


प्रभारी मंत्री के रूप में ग्वालियर आने का समाचार अखबारों में छपा अथवा नहीं। छपा तो कितना बड़ा छापा। शुक्रवार को मुरार स्थित व्हीआईपी सर्किट हाऊस परिसर में खड़े प्रभारी मंत्री गौरीशंकर बिसेन स्वयं समाचार पत्रों को खंगालते दिखाई दिए। निज सहायक को उन्होंने निर्देश दिए कि जिन अखबारों में उनके ग्वालियर आगमन की खबर लगी है,उनकी कटिंग काटकर रखें। उल्लेखनीय है कि पिछले ग्वालियर प्रवास के दौरान उनके आगमन से संबंधित खबर अखबारों में दिखाई नहीं देने पर उन्होंने जनसंपर्क अधिकारी को सार्वजनिक मंच से समझाइस दी थी कि वह मीडिया से अच्छे संबंध रखें। क्योंकि प्रभारी मंत्री सेकण्ड टू सीएम होता है और उसके आगमन तक का समाचार अखबारों में नहीं आया।

Updated : 29 July 2017 12:00 AM GMT
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