आंदोलनों में केवल फोटो खिंचवाने जाते हैं राहुल गांधी : वेंकैया नायडू

नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री एम वेंकैया नायडू ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के मंदसौर दौरे को किसानों को भड़काने की कोशिश करार दिया है। उन्होंने कहा कि राहुल आमतौर पर जनता के बीच नहीं जाते लेकिन जब फोटो खिंचवाने होते हैं तो वह जन आंदोलनों में शिरकत करते हैं।
केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने गुरुवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि मध्य प्रदेश शांत प्रदेश है। बावजूद इसके मंदसौर की घटना होने से वह दुखी हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने इस मामले की जांच के आदेश दिये हैं। उन्होंने कहा कि राहुल को मंदसौर में फैली हिंसा पर किसानों से इसे शांत करने की अपील करनी चाहिए न कि इसे और भड़काना चाहिए। उन्होंने कहा कि मैं कांग्रेस से कहना चाहता हूं कि वह किसानों के मुद्दे पर राजनीति न करे और किसानों के नाम पर हिंसा को बढ़ावा न दे।
नायडू ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ने बेहद कम कीमत पर किसानों को कृषि बीमा दिया है। वहीं राज्य सरकार भी किसानों के कल्याण के प्रति प्रयास कर रही है। उन्होंने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि दिग्विजय सिंह की सरकार ने 1998 में किसानों पर गोली चलवाई थी जिसमें 24 किसान मारे गए थे। उन्होंने सवाल किया कि उस समय कांग्रेस ने क्या किया था। क्या तब दिग्विजय सिंह ने मुख्यमंत्री पद छोड़ा था।
उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश के मंदसौर में कर्ज माफी और फसल का उचित मूल्य को लेकर आहूत किसानों के प्रदर्शन पर मंगलवार को पुलिस गोलीबारी में छह किसानों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। घटना के बाद से राज्य में हिंसक प्रदर्शनों का दौर जारी है।