भारत को मिलने वाली है सुपर पावर एस-400 मिसाइल प्रणाली
नई दिल्ली | रूस के उप प्रधानमंत्री दिमित्री रोगोजिन ने ऐलान किया कि भारत को विमान भेदी मिसाइल प्रणाली एस-400 की आपूर्ति को लेकर प्रीकान्ट्रैक्ट तैयारियां जारी हैं। उन्होंने कहा कि यह कहना मुश्किल है कि इसमें और कितना समय लगेगा। फिलहाल सरकारों के बीच एक समझौता है और अब हम शर्तों पर सामान्य रूप से चर्चा कर रहे हैं। इसका मतलब यह कि यह प्रणाली भारत को मिलना तय हो गया है, केवल इसके लिए दोनों के बीच शर्तें तय होनी हैं।
भारत और मित्र देश रूस ने बृहस्पतिवार 1 मई को कुडनकुलम परमाणु ऊर्जा संयंत्र समझौते को निर्णायक रूप दे दिया। भारत और रूस में रक्षा सहयोग को बढ़ावा देने के लिए 5 समझौते में हुए हैं। इन 5 समझौतों में सबसे अहम समझौता है एस-400 डिफेंस सिस्टम। इसके लिए भारत और रूस ने इस डील पर मुहर लगा दी है और जल्द ही भारत इसपर काम शुरू करेगा।
जानकारी के लिए बता दें कि रक्षा प्रणाली एक साथ 36 मिसाइलों को मार गिराने की क्षमता रखता है। भारत के लिए ये डील इसलिए भी अहम है क्यों कि अगर चीन और पाक देश पर हमला करते हैं तो भारत इस रक्षा प्रणाली के माध्यम से इन दोनों को सबक सिखा सकता है।
भारत के साथ हुए इस समझौते पर रूस के उप प्रधानमंत्री दिमित्री रोगोजिन ने घोषणा की कि भारत को एस-400 की आपूर्ति के लिए तैयारियां जोरों पर हैं। दिमित्री ने कहा कि मुश्किल है कि इसमें और कितना समय लगेगा ये बताना फिलहाल मुश्किल है। उन्होंने कहा, 'फिलहाल सरकारों के बीच एक समझौता है और अब हम शर्तों पर सामान्य रूप से चर्चा कर रहे हैं।'