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'हम तो इस खेल के महज मोहरे हैं, वजीर कोई और है'

हम तो इस खेल के महज मोहरे हैं, वजीर कोई और है
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नई दिल्ली। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने मंगलवार को लगातार दूसरे दिन तीन कश्मीरी अलगाववादियों से दिल्ली में पूछताछ की। एनआईए ने पाक से फंडिंग के मामले में बिट्टा कराटे, नईम खान और जावेद अहमद बाबा उर्फ गाजी से आज मंगलवार को एनआईए मुख्यालय पर पूछताछ की।

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक एनआईए से पूछताछ में अलगाववादी नेताओं ने बड़े खुलासे किए हैं। एनआईए सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक अलगाववादी नेताओं ने पाकिस्तान से फंडिंग की बात कबूल की है। अलगाववादी नेताओं ने कहा कि हम तो इस खेल के महज मोहरे हैं। असली वजीर तो कोई और है।

अलगाववादी नेताओं ने एनआईए को बताया कि सैयाद अली शाह गिलानी को पाकिस्तान से अलग अलग चैनल के माध्यम से पैसे मिलते थे। इस मुख्य तौर पर हवाला और क्रॉस बॉर्डर व्यापार से मुख्य तौर पर पैसा मिलता था।
इस खुलासे के बाद माना जा रहा है एनआईए जल्द सैयद अली शाह गिलानी पर शिकंजा कस सकती है। सूत्रों के मुताबिक़ एनआईए को जांच में कई पुख्ता सबूत मिले हैं। जिनके आधार पर एनआईए पाक फंडिंग के मामले में जल्द ही एफआईआर भी दर्ज कर सकती है। अलागववादी नेता फारूक अहमद डार उर्फ ‘बिट्टा कराटे’, जावेद अहमद बाबा उर्फ ‘गाजी’ और नईम खान से कल तीसरे दिन भी पूछताछ जारी रहने की उम्मीद है।

एनआईए ने कश्मीर घाटी में हिंसक गतिविधियों को बढ़ावा देने, सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और सुरक्षा बलों को निशाना बनाने को लेकर तीन अलगाववादी नेताओं को समन देकर सोमवार को दिल्ली तलब किया था। तीनों पर पाकिस्तान से पैसे लेकर कश्मीर में आतंक फैलाने का आरोप है।
उल्लेखनीय है कि मई की शुरुआत में एनआईए की एक टीम ने बिट्टा कराटे और गाजी से श्रीनगर में लगातार 4 दिनों तक पूछताछ की थी। 26/11 आतंकवादी हमले के बाद गठित केंद्रीय जांच एजेंसी ने पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा प्रमुख हाफिज सईद, हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के कट्टरपंथी धड़े के अध्यक्ष सैयद अली शाह गिलानी और जम्मू और नेशनल फ्रंट के अध्यक्ष नईम खान का नाम शुरुआती जांच में दर्ज किया है, जिसके बाद यह पूछताछ हुई।

Updated : 30 May 2017 12:00 AM GMT
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