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दुर्गा वाहिनी : सच्चिन्दानंद आश्रम में ब्रज प्रान्त शौर्य प्रशिक्षण वर्ग का हुआ शुभारंभ

दुर्गा वाहिनी : सच्चिन्दानंद आश्रम में ब्रज प्रान्त शौर्य प्रशिक्षण वर्ग का हुआ शुभारंभ
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मथुरा। दुर्गा वाहिनी 21-27 मई तक के चलने वाले ब्रज प्रान्त शौर्य प्रशिक्षण वर्ग का प्रभु की असीम अनुकम्पा से अखंड चित्रकूट सच्चिन्दानंद आश्रम मथुरा में विधिवत उद्धघाटन हुआ। संगठन मंत्री श्री मनोज ने कहा ये देश सीता और सावित्री का देश है, ये देश उस वीरांगना पद्मावती का देश है जो 16000 सखियों के साथ जौहर का वरण करती है, ये भगवान विष्णु की अर्धांगनी माँ लक्ष्मी का देश है। ये भारत वर्ष ऋषि मुनियों क्रन्तिकारी वीरों का देश है। हमारे लिए ये देश रेत का मैदान या जमीन का टुकड़ा नहीं, अपितु माँ है, भारत माँ है जिसके गोद में हम खेले है और जिसका आँचल हमे छांव देता है। ये देश आज फिर माँ जीजावाई जैसी मातृ शक्ति की तरफ देख रहा है, जो साधारण शिवा को शिवाजी बना हिन्दू राष्ट्र की संकल्पना को पूर्ण कर सके’ आज देश आंतरिक शत्रुओं से घिरा हुआ है एक तरफ आसुरी शक्ति देश में क्षेत्रवाद और जातिवाद का जहर घोल रही है।




दूसरी तरफ दुर्गा वाहिनी जैसा संगठन है जो सन 1984 से राष्ट्र के नागरिकों में सेवा सुरक्षा और संस्कार की भावना पुष्ट करने का अनवरत कार्य कर रहा है। इसी सेवा कार्य में 16 जिलों और 74 प्रखंडों से 145 युवतियां ब्रज प्रान्त के इस प्रशिक्षण वर्ग में भाग ले रही हैं। इस वर्ग का प्रत्येक दिन को बौद्धिक और शारीरिक दो भागों में बांटा गया है, जिसकी रुपरेखा इस प्रकार होगी। बौद्धिक : महापुरुषों का जीवन व्रत, भारत के महान शूर वीरों के जीवन प्रसंग के माध्यम से राष्ट्रवाद के विचारों को पुष्ट करना।

शारीरिक : आत्म रक्षा के लिए जुड़ो कराटे के साथ बहुत सी प्राचीन भारत वर्ष की युद्ध कलाओं जैसे दंड युद्ध, नियुद्ध, लक्ष्य वेद , समता का प्रशिक्षण बहनो को दिया जायेगा। इस कार्यक्रम के उद्धघाटन में स्वामी विद्यानन्द जी महाराज, श्री बच्चूसिंह जिला अध्यक्ष विश्व हिन्दू परिषद्, बहन विमला शुक्ल क्षेत्र भारत= शक्ति संयोजिका, बहन शशिकला प्रान्त संयोजिका, बहन करुणा नागर प्रान्त मातृ शक्ति संयोजिका की गरिमामयी उपस्थिति एवं मार्गदर्शन रहा। आगामी दिनों में लव जिहाद जैसे गंभीर विषय को विश्व पटल पर उठाने वाली रजनी ठुकराल, और कई विशिष्ट वक्ता जैसे बहन मीनाक्षी पिश्वे, श्री देवेश उपाध्याय, श्री राग बल्लू, श्री ईश्वरी प्रसाद आदि के विशेष बौद्धिक सत्र आयोजित होंगे।

Updated : 22 May 2017 12:00 AM GMT
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