आश्रम में बच्चियों के उत्पीड़न का आरोप

आश्रम में बच्चियों के उत्पीड़न का आरोप
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राज्य महिला आयोग की युगल पीठ ने की प्रकरणों की सुनवाई
ग्वालियर, न.सं
. शारदा बालग्राम के आश्रम में रखकर पढ़ने वाले 8वीं कक्षा के छात्र द्वारा बार बार अनुशासनहीनता किए जाने पर उसे आश्रम से निष्कासित कर दिया गया। छात्र की मां ने पहले जिलाधीश, पुलिस सहित अन्य विभागों में शिकायत कर बेटे को आश्रम में भर्ती कराने के लिए प्रयास किए। जब सफल नहीं हो सकी तो राज्य महिला आयोग से शिकायत की। शिकायत में आरोप लगाया गया कि आश्रम के कर्मचारियों द्वारा वहां रहने वाली बच्चियों का उत्पीड़न किया जाता है। आश्रम के एक कर्मचारी अरुण यादव द्वारा एक किशोरी का नाम उल्लेखित कर उत्पीड़न की शिकायत की। हालांकि मंगलवार को नवीन विश्राम गृह में महिला आयोग की युगल पीठ के समक्ष शिकायतकर्ता महिला उपस्थित नहीं हुई। इस तरह आयोग ने अगली सुनवाई में महिला का पक्ष सुनने के बाद ही निर्णय लेने की बात कही है।

राज्य महिला आयोग की सदस्य श्रीमती प्रमिला वाजपेयी और श्रीमती संध्या सुमन राय की युगल पीठ के समक्ष इस प्रकरण में अनावेदक बनाए गए आश्रम के संचालक स्वामी सुप्रिदानंद ने पीठ के समक्ष उपस्थित होकर बताया कि महिला अपने बेटे को आश्रम में भर्ती कराना चाहती है, जिसका उल्लेख उसने आयोग से की गई शिकायत में भी किया है। पीठ भी शिकायत कर्ता से यह जानना चाहती है कि अगर आश्रम में अनैतिक गतिविधियों की वह शिकायत कर रही है फिर वह बेटे को उसी आश्रम में भर्ती क्यों कराना चाहती है। आयोग के समक्ष वह किशोरी भी पहुंची जिसके साथ उत्पीड़न का आरोप शिकायत में लगाया गया। आश्रम के स्वामी जी ने बताया कि अरुण यादव नाम के जिस कर्मचारी पर महिला ने आरोप लगाया था, उसे भी आश्रम से निष्काषित कर दिया गया है। महिला आयोग की बैंच में ग्वालियर के कुल 31 प्रकरणों की सुनवाई होनी है, जिनमें आधे से अधिक प्रकरणों पर मंगलवार को सुनवाई हुई। कई प्रकरणों में आवेदक अथवा अनावेदक पक्ष के उपस्थित नहीं हो पाने से सुनवाई अगली बैंच के लिए स्थगित कर दी गई।

पत्नी को छोड़ बेटा चार साल से गायब
लेले साहब का बगीचा निवासी ऊषा शाक्य पत्नी लाल चन्द्र शाक्य ने आयोग से शिकायत की है कि उसकी बहू उन्हें परेशान कर रही है। आयोग के समक्ष पहुंची अनावेदिका बहू भारती शाक्य ने बताया कि उसका पति चार साल पहले उसे छोड़कर गायब हो गया है। ससुरालीजन उसे घर में नहीं रहने देते। उसकी एक बेटी भी है, जिसके भरण पोषण की राशि वह ससुरालीजन से चाहती है। महिला ने यह भी आरोप लगाया कि उसके पति ने दूसरी शादी कर ली है, जिसकी जानकारी ससुरालीजन को भी है। ससुरालीजन ने बताया कि गुमशुदगी की शिकायत थाने में भी की गई, लेकिन बेटे का अब तक कोई पता नहीं चला है। आयोग ने पुलिस अधीक्षक को नोटिस जारी कर इस प्रकरण में युवक को खोज कर आयोग के समक्ष प्रस्तुत करने के लिए कहा है।

यह प्रकरण भी सुने गए
दीपा कुशवाह नामक महिला ने ससुरालीजनों पर दहेज की मांग करने का आरोप लगाया। कोर्ट के आदेश पर भी उसे और उसकी बच्ची के लिए भरण पोषण नहीं दिए जाने का आरोप लगाया। अनावेदक सास और ससुर ने बताया कि बेटा दिल्ली रहता है जबकि बहू उसके साथ नहीं रहकर ग्वालियर में रहना चाहती है। भिण्ड निवासी महिला शोभा शर्मा पूर्व सरपंच और स्थानीय दबंगों द्वारा उसकी जमीन पर कब्जा किए जाने का आरोप लगाया। इसमें अनावेदक प्रस्तुत नहीं हुआ। कल्पना नामक महिला ने ससुरालीजनों पर प्रताड़ना के आरोप लगाए। आवेदिका उपस्थित नहीं हुई, जबकि अनावेदकों ने महिला द्वारा झूंठे आरोप लगाने की बात कही। डबरा निवासी असुतोष सोनी नामक शिकायतकर्ता के पिता ने पीठ के समक्ष ससुरालीजनों द्वारा बेटी को जहर खिलाकर मार दिए जाने की शिकायत की। महिला श्रीदेवी परसेडिया ने पति नवल सिंह परसेडिया और ससुरालीजनों पर शोषण और मारपीट करने का आरोप लगाया। उसने बताया कि वह शिक्षिका है इस कारण उसके वेतन की राशि सहित बैंक खातों से राशि पति द्वारा निकाल ली जाती है। पति अब डबरा में दुकान चला रहा है। इस कारण उसे बेटी के भरण पोषण के लिए गुजारा भत्ता दिया जाए।

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