ईवीएम से पर्ची निकलने की व्यवस्था को हरी झंडी
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नई दिल्ली| अब जल्दी ही विभिन्न चुनावों में मतदान मशीन के साथ पर्ची निकलने की व्यवस्था भी बड़े स्तर पर शुरू हो सकेगी। बुधवार को केंद्र सरकार ने चुनाव आयोग के इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। अब तक प्रयोग के तौर पर चल रही इस व्यवस्था को व्यापक स्तर पर लागू किया जा सकेगा।
बुधवार को हुई कैबिनेट की बैठक में केंद्र सरकार ने ईवीएम के साथ पर्ची निकलने की व्यवस्था के लिए धन को मंजूरी दे दी। इस वोटर वैरिफायेबल पेपर आॅडिट ट्रेल (वीवीपैट) व्यवस्था में मतदान की मुख्य मशीन यानी ईवीएम के साथ ही एक प्रिंटर युक्त मशीन भी लगाई जाती है। वोटर जब ईवीएम का बटन दबाता है तो उसके बाद उसकी ओर से चुने गए चुनाव चिह्न की पर्ची निकल कर सामने आती है। इसे देख कर वह आश्वस्त हो सकता है कि उसने जो बटन दबाया था, वोट उसी को गया है। यह पर्ची कुछ सेकेंड के लिए दिखाई देती है, उसके बाद वह उसके नीचे बने बक्से में गिर जाती है। इस बक्से में सभी पर्चियां जमा होती रहती हैं। कोई विवाद होने पर पुराने मतपत्रों के अंदाज में इसकी गिनती की जा सकती है। केंद्रीय चुनाव आयोग चाहता है कि वर्ष 2019 में होने वाले अगले लोकसभा चुनाव में सभी मतदान केंद्रों पर इसे लागू किया जाए। अभी तक यह सिर्फ प्रयोग के तौर पर कुछ मतदान केंद्रों पर ही उपयोग में लाया जा रहा था। एक बार धन मिल जाने के बाद इसे देश भर में लागू किया जा सकेगा।
जानिए क्या होती है वीवीपैट मशीन
वीवीपैट यानी वोट वैरिफिकेशन पेपर आॅडिट ट्रेल। इसे ईवीएम के साथ जोड़ा जाता है। वोटिंग के दौरान वोटर जैसे ही ईवीएम में अपने प्रत्याशी के पक्ष में बटन दबाता है उसका प्रिंट स्लिप इस वीवीपैट मशीन से निकलता है और सुरक्षित होता जाता है। जहां मतगणना के समय ईवीएम खराब होने की शिकायत मिलती है या दोबारा वोटों की गिनती की जरूरत पड़ती है तो इन्हीं स्लिप के माध्यम से दोबारा गणना हो जाती है।