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डीआरएम के आदेश हवा में, प्लेटफार्म पर पसरा पड़ा है पार्सल का सामान

डीआरएम के आदेश हवा में, प्लेटफार्म पर पसरा पड़ा है पार्सल का सामान
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तत्कालीन डीआरएम के तबादले के बाद एस्केलेटर कार्य रूका, 6 साल बाद आया एस्केलेटर खा रहा है धूल
ग्वालियर|
रेलवे के अधिकारी कितने गंभीर है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बीते दो माह पहले स्टेशन का निरीक्षण करने आए डीआरएम ने पार्सल सामान प्लेटफार्म पर बीच रास्ते से हटाने तथा साफ- सफाई की पर्याप्त व्यवस्था रखने के निर्देश दिए थे। डीआरएम के जाने के बाद आज तक न तो पार्सल का सामान व्यवस्थित तरीके से रखा जा रहा है और न ही ठीक से सफाई हो रही है।

उन्होंने स्टेशन पर शौचालय साफ करने की बात कही थी। लेकिन वह आज तक साफ नहीं हुआ। वहीं उन्होंने अधिकारियों से नाराजगी जताते हुए पार्सल का सामान बीच में न रखने को भी कहा था। पार्सल विभाग के अधिकारियों ने गंभीरता से नहीं लिया है। अभी भी प्लेटफार्म पर जहां-तहां सामान रखा हुआ है। इसके कारण यात्रियों को निकलने में परेशानी हो रही है।

प्लेटफार्म क्रमांक एक पर यात्रियों को होती है परेशानी:- आगरा एंड की ओर आने वाली सभी गाड़ियों के सामान्य कोच पीछे की तरफ ही रूकते हैं, ऐसे में यात्रियों को चढ़ने व उतरने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। क्योंकि यात्रियों को जहां उतरना है वहां पर पार्सल के कार्टून रखे हुए रहते हैं। ऐसे में कई बार यात्री गिर भी चुके हैं। लेकिन पार्सल विभाग के अधिकारी इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे हंै।

झांसी और आगरा को मिली सुविधा, ग्वालियर अब भी वंचित:- रेलवे बोर्ड के तत्कालीन निदेशक संजीव मिश्रा ने 2011 में ग्वालियर, आगरा और झांसी में एस्केलेटर लगाने की घोषणा की थी। आगरा और झांसी में एस्केलेटर तो लग गया है पर ग्वालियर में नहीं लग पाया था। यहां निर्माण का कार्य गुड़गांव की जॉन समलिटस कंपनी को दिया गया था। इसके लिए प्लेटफार्म की छत की तुड़ाई कर ओवर ब्रिज तैयार कराया गया।

ब्लू प्रिंट में गड़बड़ी
सेवानिवृत उपस्टेशन अधीक्षक अशोक मिश्रा द्वारा इस संबंध में जानकारी मांगी गई। इसमें ब्लू प्रिंट को देखकर पता चला है कि फुट ओवर ब्रिज वर्तमान में प्लेटफार्म 1 से 4 तक तैयार कराया गया है जबकि उसे प्लेटफार्म 1 के बाहर से प्लेटफार्म 4 के सर्कुलेटिंग एरिया तक तैयार किया जाना था। तत्कालीन डीआरएम एसके अग्रवाल ने जनवरी 2017 तक लगाने की बात कही थी। जॉनसन कंपनी ग्वालियर में एस्केलेटर लगाएगी। जॉनसन कंपनी का चायना ब्रांड एस्केलेटर का सामान 5 नवंबर को स्टेशन पर आ चुका है। लेकिन उसके बाद वर्तमान डीआरएम अशोक कुमार मिश्र ने इस मामले में कोई खास दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं।

यात्री सुविधाओं के लिए लगेंगे दो एस्केलेटर
उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक एमसी चौहान ने शुक्रवार को एक आदेश जारी करते हुए कहा कि आगामी दो वर्षो में ग्वालियर सहित अन्य रेलवे स्टेशन पर एस्केलेटर लाएं जाएंगे। जबकि अभी तक एक एस्केलेटर ही नहीं लग पाया है और महाप्रबंधक ने दूसरे एस्केलेटर लगाने की घोषणा भी कर दी। उन्होनें आदेश जारी करते हुए बताया कि मथुरा, कानपुर, टूंडला,झांसी ग्वालियर में यात्रियों की सुविधाओं के लिए एस्केलेटर लगवाए जाएंगे।

पटरी पार करते कर्मचारियों को कोई नहीं रोकता
*रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म क्रमांक एक से दो पर जाने के लिए पार्सल के कर्मचारी अपनी पीठ पर पार्सल को उठाते हुए पटरी पार करते हैं।
*आरपीएफ ने इन कर्मचारियों पर आज तक कोई कार्रवाई नहीं की।
*पटरी पार करते समय पार्सल के कर्मचारी कभी भी हादसे का शिकार हो सकते हैं।
*शॉर्टकट के चक्कर में प्लेटफार्म पर बने पुल की जगह पटरी पार करते हैं कर्मचारी।

Updated : 4 March 2017 12:00 AM GMT
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