आज से हिन्दू नव वर्ष व चैत्र नवरात्र प्रारम्भ, पीएम मोदी और यूपी के सीएम योगी रखेंगे व्रत

नई दिल्ली/लखनऊ। आज मंगलवार से हिन्दु नव वर्ष यानी विक्रम संवत् का शुभारंभ व चैत्र मास की नवरात्र आरम्भ हो रही है। आज से अगले नौ दिनों तक देवी के नौ रूपों की पूजा चलती रहेगी, देशभर में करोड़ों श्रद्धालु अगले नौ दिनों तक देवी मां के पूजन, व्रत और साधना में लीन रहेंगे। आज से पीएम नरेंद्र मोदी व्रत भी रखेंगे। जबकि यूपी के सीएम आदित्यनाथ योगी का नवरात्र व्रत कल से शुरू करेंगें।
गौरतलब हैं कि पीएम नरेंद्र मोदी को नवरात्र का व्रत रखते हुए चालीस वर्ष हो गए हैं। पूरे नौ दिन मोदी ना तो अन्न खाते हैं ना ही फलाहार करते हैं। वो सिर्फ नींबू पानी पीते हैं। सबसे बड़ी बात ये है, कि इन नौ दिनों में वो अपना काम भी करते रहते हैं। वहीं यूपी के नए सीएम आदित्यनाथ योगी भी पूरे विधि विधान से नवरात्र का व्रत रखते हैं। और देवी मां की पूजा करते हैं। आदित्यनाथ योगी हर साल दोनों नवरात्र का व्रत रखते हैं, ये पहला मौका है जब वो नवरात्र पर गोरखपुर से बाहर रहेंगे। इस बार लखनऊ के सीएम हाउस में ही शक्ति साधना करेंगे।
वही दूसरी और देश की संसद भी इससे अछूती नहीं रहेगी। इस बार संसद में गुड़ी पड़वा, वर्ष प्रतिपदा, चैत्र नवरात्रा और चेटी-चंड जैसे नामों से मनाए जाने वाले नव वर्षोत्सव की झलक नजर आएगी।
संसदीय इतिहास में पहली बार हिंदू पंचांग के नए साल के शुरुआत के मौके पर नूतन संवत्सर समारोह का आयोजन हो रहा। जहां सांसदों के लिए खास भोज होगा,साथ ही गुड़ी पड़वा की प्रतीक गुड़ी भी टांगी जाएगी।
संसद में नूतन संवत्सर समारोह का आयोजन की मेजबानी लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन कर रही हैं। दोनों सदनों के सांसद और संसद का पूरा स्टाफ को कार्यक्रम का न्यौता दिया गया है।
इस समारोह के लिए संसद के कोर्टयार्ड 9 के पास एक विशेष प्रांगण को कलशों से भी सजाया जा रहा है। हालांकि यह समारोह एक कामकाजी आयोजन होगा। इसलिए उत्सव भोज का समय संसद के किसी रोजमर्रा दिन की तरह दोपहर के भोजनावकाश के वक्त रखा गया है।
सूत्रों के मुताबिक आयोजन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मौजूद रहेंगे। वर्ष प्रतिपदा के साथ ही शुरू हो रही चैत्र नवरात्रि के दौरान पीएम मोदी चूंकि उपवास रखते हैं लिहाजा उनके और अन्य उपवासी सांसदों के लिए सात्विक भोज, नींबू पानी और फलाहार की भी खास व्यवस्था की गई है।
भारत में हिंदी पंचांग के अनुसार नए साल की शुरुआत चैत्र माह की पहली तिथि से होती है। विक्रम संवत्सर का नया वर्ष भी इसी तिथि से शुरु होता है।