जवाहर बाग कांड मामले में फिर आई सीबीआई टीम
मथुरा। बहुचर्चित जवाहर बाग कांड के मामले में मंगलवार को मुकद्दमा दर्ज होते ही बुधवार को सीबीआई की पांच सदस्यीय टीम मथुरा आई।
बताते चलें कि 2 जून 2016 को उद्यान विभाग के जवाहर बाग को कथित सत्याग्रहियों के कब्जे से मुक्त कराने गई पुलिस टीम पर कथित सत्याग्रहियों ने हमला बोल दिया था। जिसमें तत्कालीन एसपी सिटी मुकुल द्विवेदी व एसओ फरह संतोष यादव सहित 29 लोगों की मौत हुई थी। कथित सत्याग्रहियों का स्वयंभू नेता व जवाहर बाग कांड का मास्टर माइंड रामवृक्ष यादव भी पुलिस कार्यवाही में मारा गया। मंगलवार को इस प्रकरण में सीबीआई ने मुकद्दमा दर्ज कर लिया था।
बुधवार को दिल्ली से सीबीआई के इंस्पेक्टर वीके राय, उपनिरीक्षक थापा सहित 5 सदस्यीय सीबीआई दल यहां पहुंचा और उन्होंने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मोहित गुप्ता व एसपी क्राइम राजेश सोनकर से इस संबंध में बात की और उस एफआईआर की पूरी कॉपी मांगी, जिसमें कथित सत्याग्रहियों को अपराधी बनाया गया है। जिनमें 100 लोग अभी भी जेल में बंद हैं। लेकिन केस डायरी एडीजे-6 की अदालत में पुलिस पहले ही जमा कर चुकी थी। एसपीओ द्वारा केस डायरी लेने के लिए नकल सवाल डाला गया। क्राइम ब्रांच की टीम लगातार सीबीआई टीम का सहयोग करती नजर आयी। सायं करीब चार बजे सीबीआई टीम को पूरी केस डायरी के 518 पेज की रजिस्टर्ड कॉपी फोटो स्टेट करा कर दी गई। इसे लेकर यह टीम दिल्ली रवाना हो गई। पुलिस सूत्रों की मानें तो सीबीआई टीम अब जेल में बंद कथित सत्याग्रहियों को रिमांड पर लेकर उनसे पूछताछ कर सकती है।
बताया गया कि पुलिस ने शहीद हुए मुकुल द्विवेदी व संतोष यादव को किन-किन लोगों ने मारा उनके नामों का या उनकी पहचान का कोई जिक्र नहीं किया है। सीबीआई टीम के पास जब से केस गया है, तब से वह दूसरी बार मथुरा आयी है। पहली बार चुनाव से पहले टीम आयी थी तो उसने अधिकारियों से वार्ता कर जवाहरबाग का निरीक्षण किया था। अब रिपोर्ट दर्ज करने के बाद सारे साक्ष्य एकत्रित करने में लगी।