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तिरुपतिधाम में विराजे हैं हनुमान लला

तिरुपतिधाम में विराजे हैं हनुमान लला
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10 साल से चल रहा है अखण्ड रामायण पाठ

प्रशांत शर्मा/ग्वालियर|
महानगर में वैसे तो पवनपुत्र के अनगिनत मंदिर हैं, लेकिन शहर के एजी आॅफिस पुल के नीचे बने तिरूपति धाम में विराजी बजरंग वली की इस नयनाविराम प्रतिमा के दर्शन करने मात्र से लोगों के कष्ट दूर हो जाते हैं।

हजारों लोगों की श्रृद्धा और आस्था का केन्द्र माना जाने वाला तिरूपति धाम अति प्राचीन है। हनुमान लला के दर्शन मात्र से ही मन को एक अनुपम शांति की अनुभूति होती है। प्राचीन समय मे यह मूर्ति केवल एक चबूतरे और छोटी सी छतरी पर विराजमान थी। श्रृद्धालुओं के अथक प्रयास से एक विशाल मंदिर का निर्माण करवाया जा चुका है। हनुमान मंदिर के पास ही शिव मंदिर का निर्माण करवाकर मंदिर परिसर को और अधिक दर्शनीय बना दिया है। श्रृद्धालुओं का कहना है कि जीवन की हर समस्या का समाधान संकट मोचन भगवान ने ही किया है। भक्तों द्वारा जो भी मुराद सच्चे मन से मांगी जाती है वह मुराद पूरी होती है। मंदिर सिद्ध हनुमान जैसी प्रतिमा के रूप मे विराजमान है। इनके दर्शन मात्र से ही सारे कष्टों और पापों का नाश होता है। वर्तमान में मंदिर की सेवा पुजारी आशाराम वैद्य द्वारा की जा रही है।

यह स्थान चमत्कारी है:- शहर के प्राचीन तिरूपति धाम मे 10 वर्षों से अखंड रामायण चल रही है। लगातार रामायण होने से यह स्थान चमत्कारी स्थल के रूप मे विख्यात हो रहा है। अखंड रामायण का पाठ 24 घंटे निरंतर किया जा रहा है। यहां तक कि पाठ पढ़ने के लिए कोई भी भक्त शुल्क नहीं लेते। मंदिर के बारे मे रामायण का पाठ करने वाले अतर सिंह ने बताया कि यह मंदिर हजारों भक्तजनों की आस्था का केन्द्र है।

रामायण पर आकर बैठा था सर्प
बताया जाता है कि आज से 10 वर्ष पूर्व जब रामायण पाठ का आयोजन मंदिर के पास ही झोपड़ी में किया गया। उसी समय एक विशाल सर्प रामायण पर आकर बैठ गया व कुछ ही समय बाद गायब हो गया। इस मंदिर का निर्माण सन् 1980 के बाद भक्तों के सहयोग कराया गया।

सबसे ज्यादा पहुंचते हैं महलगांव के भक्त
तिरूपति धाम में प्रत्येक भक्त अपनी भागीदारी देते हैं। कई ग्रामीण दल बनाकर पहुंचते हैं और पूजा-अर्चना के साथ अखंड रामायण का पाठ पूरे दिन करते हैं। लगातार 10 साल का समय हो चुका है और ग्रामीणों के अनुसार जब तक बाबा की मंशा होगी तब तक यह पाठ लगातार चलता रहेगा।

प्रत्येक मंगलवार व शनिवार को होते हैं भजन
तिरूपति धाम में प्रत्येक मंगलवार व शनिवार को महिलाओं द्वारा भजनों का आयोजन किया जाता है। इस दौरान यहां पर हनुमान लला को भक्तों द्वारा चोला भी चढ़ाया जाता है। श्रद्धालु हनुमान की पूजा अर्चना अर्पित करने पहुंचते हंै और मुरादों की झोली भरकर ले जाते हैं।

आरती का समय
4प्रात: 9.00 बजे
4शाम:6.30 बजे
ये लगता है भोग में
4बूंदी के लड्डू
4रेवड़ी
4चना, इलायची दाने

Updated : 11 Feb 2017 12:00 AM GMT
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