दिन में बूंदाबांदी, शाम को हुई तेज बारिश, ठिठुरन बढ़ी
-अगले 24 घण्टे तक ऐसा ही रहेगा मौसम, सीजन की पहली मावठ से फसलों को होगा लाभ
ग्वालियर। ग्वालियर के आसमान में पिछले पांच दिनों से घुमड़ रहे बादल आज बरस पड़े। दिन भर रुक-रुककर छुटपुट बूंदाबांदी होती रही, लेकिन शाम को तेज बारिश हो गई। इसी के साथ ठिठुरन भी बढ़ गई है। कृषि विज्ञानी मौसम की इस पहली मावठ को फसलों के लिए अत्यंत लाभदायक बता रहे हैं। मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घण्टे के दौरान भी मौसम ऐसा ही बना रहेगा। बादल छाए रहने के साथ छुटपुट बारिश होगी। दिन के तापमान में कमी आएगी और ठंड का असर बढ़ेगा।
यहां बता दें कि समुद्री चक्रवात ‘ओखी’ के असर से गुजरे शनिवार से बादल निरंतर घुमड़ रहे हैं। इसी के चलते विगत मंगलवार को ग्वालियर सहित आसपास के जिलों में हल्की बूंदाबांदी हुई। इसके बाद बुधवार को भी ग्वालियर में दिन भर रुक-रुककर छुटपुट बूंदाबांदी होती रही। हालांकि दोपहर में बादल बिखरने से हल्की धूप भी निकली, लेकिन कुछ ही देर में बादलों का घनत्व बढ़ जाने से सूरज विलुप्त हो गया। शाम करीब चार बजे से एक बार फिर छुटपुट बूंदाबांदी शुरू हो गई। शाम करीब पौने सात बजे से बूंदों ने गति पकड़ी तो तेज बारिश होने लगी, जो रुक-रुककर देर रात तक जारी रही। इसी के साथ ठंड का असर बढ़ जाने से लोग अपने-अपने घरों में कैद हो गए।
स्थानीय मौसम विज्ञानी उमाशंकर चौकसे ने बताया कि समुद्री चक्रवात ‘ओखी’ अब गुजरात में सूरत के पास पहुंचकर डीप डिप्रेशन में बदल गया है। उधर हरियाणा में भी एक चक्रवात बना हुआ है। इन दोनों सिस्टमों से आ रही नमी के फलस्वरूप ग्वालियर व चम्बल संभाग में कहीं हल्की तो कहीं तेज बारिश हो रही है। श्री चौकसे ने बताया कि अगले 24 घण्टे के दौरान भी बादल छाए रहने के साथ अंचल में कहीं-कहीं हल्की बारिश होने की संभावना है। इसी के साथ दिन के तापमान में कमी आएगी, जिससे ठंड बढ़ेगी। हालांकि रात के तापमान में आंशिक वृद्धि हो सकती है। स्थानीय मौसम विज्ञान केन्द्र के अनुसार पिछले दिन की अपेक्षा बुधवार को अधिकतम तापमान 1.6 डिग्री सेल्सियस बढ़कर 23.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो औसत से 2.5 डिग्री सेल्सियस कम है। न्यूनतम तापमान भी 0.2 डिग्री सेल्सियस आंशिक कमी के साथ 13.0 डिग्री सेल्सियस पर स्थित रहा, जो औसत से 4.8 डिग्री सेल्सियस अधिक है। इसी प्रकार सुबह हवा में नमी 80 और शाम को 67 फीसदी दर्ज की गई, जो सामान्य से क्रमश: 13 व 15 फीसदी अधिक है।
फसलों के लिए हुई अमृत वर्षा
कृषि वैज्ञानिक आज हुई बारिश को फसलों के लिए अमृत वर्षा बता रहे हैं। कृषि विभाग के उप संचालक आनंद बड़ोनिया ने बताया कि इस समय खेतों में रबी की जो फसलें खड़ी हैं या जो हाल ही में बोई गई हैं, उनको इस बारिश से एक पानी का लाभ मिल गया है। इसके साथ ही अब ठंड भी बढ़ेगी, जिससे फसलों की बढ़वार भी अच्छी होगी और उत्पादन भी बढ़ेगा। इसके अलावा पलेवा के अभाव में जो खेत खाली पड़े हैं, उनमें भी गेहूं के अलावा सरसों, मसूर, चना आदि की बोवनी की जा सकेगी।
ओखी चक्रवात व कोहरे के असर से ट्रेनें हुई लेट, ताज रही रद्द
प्लेटफार्म पर ट्रेनों का इंतजार करते रहे यात्री
धुंध व कोहरे के कारण ट्रेन परिचालन में समस्या आ रही है। चालक को सामने का ट्रैक नजर नहीं आ रहा है। कई ट्रेनें घंटों देरी से चल रही हैं। सुबह और रात के समय पड़ रहे घने कोहरे के कारण रेलवे ने ट्रेनों की रफ्तार कम की है। ग्वालियर स्टेशन आने वाली अप और डाउन की कई ट्रेनें घंटों की देरी से चल रही हैं। वहीं ओखी चक्रवात के कारण मौसम में आए बदलाव का असर रेल परिचालन पर भी पड़ रहा है। ट्रेनें लेट होने से यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बुधवार को रेलवे ने अप और डाउन की ताज एक्सप्रेस को रद्द किया है। ताज एक्सप्रेस के रद्द होने से कई यात्रियों ने सुबह स्टेशन पहुंचकर अपने टिकट रद्द कराए।
बुधवार को भोपाल की ओर से आने वाली जीटी एक्सप्रेस 2 घंटे 30 मिनट, तामिलनाडु एक्सप्रेस 1 घंटे 28 मिनट, सांई नगर कालका एक्सप्रेस 1 घंटे 40 मिनट, गोंडवाना एक्सप्रेस 1 घंटे 31 मिनट, भोपाल एक्सप्रेस 1 घंटे 14 मिनट, तेलंगाना एक्सप्रेस 1 घंटे 13 मिनट, कर्नाटक एक्सप्रेस 1 घंटे 42 मिनट, श्रीधाम एक्सप्रेस 1 घंटे 50 मिनट, महाकौशल एक्सप्रेस 1 घंटे 39 मिनट, उत्कल एक्सप्रेस 3 घंटे 49 मिनट, मंगला एक्सप्रेस 1 घंटे 51 मिनट, केरला एक्सप्रेस 2 घंटे, बुंदेलखंड एक्सप्रेस 6 घंटे 12 मिनट, हीराकुंड एक्सप्रेस 1 घंटे 49 मिनट, कोल्हापुर एक्सप्रेस 2 घंटे 53 मिनट, छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस 1 घंटे 3 मिनट, झेलम एक्सप्रेस 2 घंटे 17 मिनट, नवयुग एक्सप्रेस 1 घंटे, दादर अमृतसर एक्सप्रेस 1 घंटे 1 मिनट की देरी से ग्वालियर पहुंची।
ताज एक्सप्रेस रद्द रहने से यात्री हुए परेशान
बुधवार को रेलवे ने कोहरे को देखते हुए अप और डाउन की ताज एक्सप्रेस को रद्द कर दिया। ट्रेन के रद्द होने से ग्वालियर से निजामुद्दीन जाने वाले यात्रियों ने अपने आरक्षित टिकट रद्द कराए। वहीं कई यात्रियों ने तो अपनी यात्रा ही रद्द कर दी।
सुबह की छत्तीसगढ़ आई रात को
बुधवार को नई दिल्ली की ओर से आने वाली छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस अपने निर्धारित समय से 8 घंटे 43 मिनट विलंब के साथ रात्रि 7.30 बजे ग्वालियर पहुंची। वहीं दिल्ली की ओर से आने वाली मालवा एक्सप्रेस 2 घंटे 22 मिनट, पंजाब मेल 1 घंटे 13 मिनट, मंगला एक्सप्रेस 1 घंटे 22 मिनट, झेलम एक्सप्रेस 1 घंटे 41 मिनट, केरला एक्सप्रेस 54 मिनट, उत्कल एक्सप्रेस 1 घंटे 41 मिनट, पातालकोट एक्सप्रेस 50 मिनट, सचखंड एक्सप्रेस 52 मिनट की देरी से ग्वालियर पहुंची।