भाविप का मुख्य उद्देश्य है सेवा करना
क्षेत्रीय अधिवेशन आरोह 2017 का समापन
ग्वालियर, न.सं.। भारत विकास परिषद का मुख्य उद्देश्य लोगों की सेवा करना है। यह विश्व की अद्वितीय संस्था है। भारत विकास परिषद जिस कार्य के लिए जानी जाती है, उसी के अनुसार यह कार्य करती है। भारत विकास परिषद हर कार्य को सेवाभाव से करती है। यह दिखावे पर भरोसा नहीं करती है। भारत विकास परिषद व्यक्ति को नहीं पूरे परिवार को सदस्य बनाती है। उक्त विचार मुख्य अतिथि की आसंदी से हरियाणा प्रदेश के राज्यपाल प्रो. कप्तान सिंह सोलंकी ने रविवार को वृन्दावन गार्डन में भारत विकास परिषद के मध्य रीजन के क्षेत्रीय अधिवेशन आरोह-2017 के समापन अवसर पर व्यक्त किए। कार्यक्रम की अध्यक्षता भारत विकास परिषद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पी.के. जैन ने की। स्वागत भाषण प्रान्तीय अध्यक्ष दीपक भार्गव ने दिया। कार्यक्रम की शुरूआत दीप प्रज्जवलन और राष्ट्रगान के साथ हुई।
प्रो. सोलंकी ने भारत विकास परिषद द्वारा तय किए गए विषय ‘ सामाजिक व्यक्ति का दायित्व बोध’ पर बोलते हुए कहा कि जो व्यक्ति किसी से बात नहीं करता है वह अपने परिवार और समाज का क्या होगा? जब आप अपने आप में संपर्क का भाव रखेंगे तभी सामाजिकता का भाव पैदा होगा। भारत विकास परिषद चाहती है कि हमारा देश स्वस्थ, समर्थ और संस्कारवान बने। इस दिशा में भारत विकास परिषद कार्य भी कर रही है। कार्यक्रम के दौरान प्रो. सोलंकी ने भारत विकास परिषद के पांच सूत्र संपर्क, सहयोग, संस्कार, सेवा एवं समर्पण पर भी अपने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय के न्यायाधीश जितेन्द्र माहेश्वरी, नागाजी कॉलेज के चेयरमेन अमर सिंह तोमर, जी.डी. लड्ढा, सुरेश शिवहरे, क्षेत्रीय मंत्री आर.के. चोपड़ा सहित भारत विकास परिषद के पदाधिकारी एवं गणमान्य जन उपस्थित थे। कार्यक्रम के समापन पर सभी अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट किए गए। कार्यक्रम का संचालन क्षेत्रीय महामंत्री अरुण डागा एवं आभार अधिवेशन संयोजक विनोद गर्ग ने व्यक्त किया।
इन्होेंने भी अपने विचार व्यक्त किए
कार्यक्रम के दौरान अमर सिंह तोमर ने कहा कि भारत, संस्कृतियों का देश है। इस देश में संस्कारवान लोगों ने जन्म लिया है। उन्होंने कहा कि हमें अपने कार्यों से देश का सहयोग करना चाहिए। न्यायमूर्ति जितेन्द्र माहेश्वरी ने कहा कि ब्रह्माण्ड तीव्र गति को पसंद करता है। आपको जब भी अवसर मिले तुरंत कार्य को कर लेना चाहिए। हमें शस्त्र नहीं शास्त्रों से आगे बढ़ना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर हम अपनी उन्नति के साथ समाज की भी उन्नति करें तो हमारे यहां आने का अर्थ है, अन्यथा नहीं। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए पी.के. जैन ने कहा कि भारत विकास परिषद का मुख्य कार्य लोगों के मन पर जमी राख को हटाना है जिससे यह लोग समाज हित में कार्य कर सकें। उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति समाज को अपना समझेगा तभी वह समाज के लिए कार्य कर पाएगा। भारत विकास परिषद के राष्ट्रीय वित्त मंत्री ओम प्रकाश कानूनगो ने कहा कि हमें अपने क्षेत्र में ऐसे कार्य करते रहना चाहिए जिससे लोग हमें सदैव याद रखें।
ओम प्रकाश मेहता का हुआ सम्मान
इस अवसर पर भारत विकास परिषद बाड़मेर शाखा के संस्थापक सदस्य ओम प्रकाश मेहता का सम्मान राज्यपाल प्रो. कप्तान सिंह सोलंकी द्वारा किया गया। यहां बताना उचित होगा कि ओम प्रकाश मेहता ने भारत विकास परिषद के लिए कार्य करने के लिए बाडमेर क्षेत्र में अपनी ओर से एक स्थान भी उपलब्ध कराया है। इसी के साथ आपने अब तक 55 हजार नेत्र रोगियों के आॅपरेशन भी कराए हैं। साथ ही समाज हित में कई सेवा प्रकल्प भी चलाए जा रहे हैं।