मनमोहन के मुद्दे पर राज्यसभा में विपक्ष का हंगामा, सदन स्थगित
नई दिल्ली । राज्यसभा में आज शीतकालीन सत्र के पहले ही दिन गुजरात चुनाव के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के खिलाफ की गई टिप्पणी विपक्ष के हंगामे के चलते सदन पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई। विपक्षी सदस्य पूर्व प्रधानमंत्री के खिलाफ टिप्पणी करने को लेकर प्रधानमंत्री मोदी से माफी मांगने की मांग कर रहे थे।
हंगामे के दौरान कांग्रेस और सपा के सदस्य बार बार आसन के समक्ष आकर नारेबाजी करते रहे। हंगामे के दौरान नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद ने प्रधानमंत्री एवं पूर्व प्रधानमंत्री का नाम लिए बिना कहा कि उन पर लगाए आरोप न केवल सरकार बल्कि विपक्ष के लिए भी बहुत गंभीर हैं। विपक्षी सदस्यों ने शरद यादव और अली अनवर अंसारी को सदन की सदस्यता से अयोग्य ठहराये जाने और सरकार द्वारा सर्वोच्च न्यायालय में हलफनामा देकर सांसदों एवं विधायकों के खिलाफ मामलों के जल्द निस्तारण के लिए विशेष न्यायालय गठित करने के मुद्दे पर भी हंगामा किया।
विपक्षी नेताओं की दलील थी कि जब कानून की नजर में सभी बराबर हैं तो नेताओं के लिए अलग से न्यायालय क्यों गठित की जाएं? सपा के नरेश अग्रवाल ने व्यवस्था के प्रश्न के नाम पर शरद यादव एवं अली अनवर अंसारी को राज्यसभा की सदस्यता से अयोग्य ठहराये जाने का मुद्दा उठाया।
हालांकि नायडू ने उनके व्यवस्था के प्रश्न को खारिज करते हुए कहा कि सभापति के निर्णय पर प्रश्न नहीं उठाया जा सकता।