छठी कक्षा के मणिपुरी छात्र की पेंटिंग को राष्ट्रपति ने दिया एक लाख रुपए का पुरस्कार
नई दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मणिपुर के छठी कक्षा के वाई. समीर सिंह को ग्रुप ए में एक लाख रुपए के प्रथम पुरस्कार से सम्मानित किया। राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस के मौके पर गुरुवार को विज्ञान भवन में आयोजित एक समारोह में यह पुरस्कार प्रदान किया गया। वहीं ग्रुप बी में प्रथम पुरस्कार त्रिपुरा की आठवीं कक्षा की छात्रा बिदिप्ता देब को मिला।
द्वितीय पुरस्कार त्रिपुरा के बैभव दत्ता (कक्षा चार) और मणिपुर के मर्टिन टॉंगब्राम (कक्षा छठी) को मिला है। दिल्ली के उत्कर्ष बंसल को तृतीय पुरस्कार मिला है। उत्कर्ष भी छठी कक्षा का छात्र है। इसके अलावा दिल्ली की ही पांचवीं कक्षा की छात्रा जी. जया हरशिनी को भी तीसरा पुरस्कार मिला है।
राष्ट्रीय चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन विद्युत मंत्रालय व ब्यूरो ऑफ ऐनर्जी ऐफिशिएंसी ने 11 केन्द्रीय विद्युत क्षेत्र उपक्रमों के सहयोग से किया। इसका उद्देश्य स्कूली बच्चों को ऊर्जा दक्षता एवं जलवायु परिवर्तन के विषय पर अपने प्रेरक विचार प्रदर्शित करने के लिए बढ़ावा देना।यह प्रतियोगिता तीन चरणों में हुई स्कूल ने नीचे , राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर विभाजित थी। इस वर्ष विद्यार्थियों की समीक्षा जिन विषयों पर की गई उनमें गैरजरूरी लाइट बंद करना, ऊर्जा का इस्तेमाल जिम्मेदारी के साथ, ऊर्जा बचत को अपना जज्बा बनाना, स्टार लेबल वाले उपकरण, घरों व दफ्तरों में ऊर्जा दक्षता आदि शामिल थे। इस साल पूरे देश से 19 विजेता विद्यार्थियों को राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कार दिए गए।
पहली श्रेणी (कक्षा 4, 5 व 6) तथा दूसरी श्रेणी (कक्षा 7,8 और 9) में प्रथम पुरस्कार एक लाख रुपए, दूसरा पुरस्कार 50 हजार रुपए और तीसरा पुरस्कार 25 हजार रुपए दिए गए। ये पुरस्कार विद्युत मंत्रालय द्वारा प्रदान किए गए।
इस प्रतियोगिता के माध्यम से युवाओं के बीच ऊर्जा संरक्षण के प्रति जागरुकता बढ़ रही है। वर्ष 2016 में जहां 1.14 करोड़ विद्यार्थियों ने इस स्कूल स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लिया था वहीं 2017 में यह आंकड़ा 1.26 करोड़ पर पहुंच गया है।