सिरफिरे ने विद्युत उपकेन्द्र में लगाई आग
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ग्वालियर। विद्युत फीडर पर आवश्यक संधारण कार्य के चलते बिजली आपूर्ति बंद होने से गुस्साए एक सिरफिरे युवक ने बिरला नगर स्थित 33/11 के.व्ही. विद्युत उपकेन्द्र में आग लगा दी। आगजनी की इस घटना में जहां बिजली कम्पनी को लगभग 13 लाख का नुकसान हुआ है वहीं आगजनी के दौरान ट्रांसफार्मर में विस्फोट होने से वहां तैनात आॅपरेटर बाल-बाल बच गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार आने वाले दीपावली पर्व के मद्देनजर विद्युत वितरण कम्पनी इन दिनों शहर की विद्युत लाइनों एवं उपकेन्द्रों पर संधारण कार्य करा रही है। इसी क्रम में गुरुवार को सुबह नौ से दोपहर दो बजे तक संधारण कार्य के चलते बिजली आपूर्ति बंद रही। इस दौरान बिरला नगर विद्युत उपकेन्द्र का पूरा स्टाफ संधारण कार्य में लगा था और उपकेन्द्र पर एक मात्र आॅपरेटर पंजाबीलाल पुत्र बाबूलाल साहू उपस्थित था। बताया गया है कि पूर्वान्ह करीब 11.30 बजे पास में ही रहने वाला युवक सोनू पुत्र ऋषभ राठौर विद्युत उपकेन्द्र पर पहुंचा और आॅपरेटर पंजाबीलाल साहू से गाली-गलौज करते हुए उपकेन्द्र परिसर में रखी कर्मचारियों की मोटर साइकिलों से पेट्रोल निकालकर गाड़ियों में आग लगा दी। मोटर साइकिलों में लगी आग से ट्रांसफार्मरों और केवलों में भी आग भड़क उठी। देखते ही देखते सात मोटर साइकिल, छह ट्रांसफार्मर और बड़ी मात्रा में केवलें जल गर्इं। आग लगने की वजह से एक ट्रांसफार्मर की बुसिंग फटने से जोरदार धमाका हुआ। इस दौरान वहां मौजूद आॅपरेटर पंजाबीलाल साहू ने बड़ी मुश्किल से भागकर अपनी जान बचाई। बताया गया है कि आॅपरेटर ने घटना की सूचना अपने अधिकारियों और साथी कर्मचारियों को दी। इसके बाद अधिकारी व कर्मचारी मौके पर पहुंचे। इसी बीच सूचना मिलते ही नगर निगम का अग्निशमन दल भी पहुंच गया, जिसने एक गाड़ी पानी डालकर बड़ी मुश्किल से आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक बिजली कम्पनी का लगभग 13 लाख का नुकसान हो चुका था।
पुलिस ने सिर्फ आगजनी का मामला दर्ज किया
जानकारी के अनुसान विद्युत उपकेन्द्र के आॅपरेटर पंजाबीलाल साहू ने इस घटना की शिकायत हजीरा थाने में दर्ज कराई, लेकिन पुलिस ने आरोपी सोनू राठौर के खिलाफ केवल आगजनी की धारा 435 के तहत प्रकरण दर्ज किया है। इस संबंध में बिजली कम्पनी के अधिकारियों का कहना है कि पुलिस को शासकीय कार्य में बाधा और हत्या के प्रयास की धाराएं भी लगाना चाहिए थीं क्योंकि आगजनी की वजह से बिजली आपूर्ति बाधित हुई और ट्रांसफार्मर में हुए विस्फोट होने से आॅपरेटर की जान भी जा सकती थी।
पहले भी तोड़फोड़ कर चुका है आरोपी
बताया गया है कि आरोपी सोनू राठौर आए दिन बिरला नगर विद्युत उपकेन्द्र पर पहुंचकर विद्युत कर्मियों के साथ अभद्रता करता रहता है। पूर्व में उसने उपकेन्द्र में तोड़फोड़ भी की थी, जिसकी प्राथमिकी हजीरा थाने में दर्ज कराई गई थी।
शाम पांच बजे बहाल हुई बिजली आपूर्ति
संधारण कार्य के चलते बिजली कटौती का समय सुबह नौ से दोपहर दो बजे तक निर्धारित था, लेकिन विद्युत उपकेन्द्र में आगजनी के कारण विद्युत कर्मचारी बड़ी मुश्किल से शाम पांच बजे तक बिजली आपूर्ति बहाल कर पाए। बिजली कम्पनी के अधिकारियों का कहना है कि आग से छह ट्रांसफार्मरों को भारी नुकसान पहुंचा है। इसके चलते बिरला नगर उपकेन्द्र से संबंधित विद्युत लाइनों को अन्य उपकेन्द्रों से जोड़कर फिलहाल बिजली आपूर्ति बहाल कर दी है। अगले दिनों में नियमित बिजली आपूर्ति के लिए जले हुए उक्त सभी ट्रांसफार्मरों को हटाकर उनकी जगह नए ट्रांसफार्मर स्थापित करना पड़ेंगे।