उप कुलसचिव चौहान को बचाने में लगीं कुलपति
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मामला परीक्षा परिणाम में गड़बड़ी का
ग्वालियर, न.सं.। जीवाजी विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला दागी अधिकारियों पर कार्रवाई करने की जगह उन्हें बचाने में लगी हुई हैं। इस बार मामला उपकुलसचिव अरुण चौहान से जुड़ा हुआ है। उल्लेखनीय है कि जीवाजी विश्वविद्यालय द्वारा बीडीएस एवं बीफार्मा के परीक्षा परीणाम पिछले दिनों घोषित किए गए थे। जिसका मूल्यांकन उप-कुलसचिव अरूण चौहान द्वारा कराया गया था। परीक्षा परिणाम में कुछ ऐसे छात्रों के नाम भी सामने आए थे, जो पहले एटीकेटी में थे लेकिन बाद में उन्हें पास कर दिया गया था। इसे लेकर छात्रों के एक संगठन ने उप-कुलसचिव अरूण चौहान पर परीक्षा परिणाम में गड़बड़ी करने के आरोप भी लगाए थे। इसके बाद कुलपति द्वारा कॉपियों की जांच कराई गई, जिसमें सामने अया कि परीक्षा परिणाम में फेरबदल किया गया है। लेकिन उप-कुलसचिव अरूण चौहान को बचाने के लिए कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला ने गोपनीय विभाग के एक कर्मचारी का ही स्थानान्तरण कर डाला। जबकि सम्बंधित कर्मचारी को यह तक नहीं पता कि मूल्यांकन किसने कराया है। इससे साफ है कि किस तरह विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला ने अपने चहेते अधिकारी को बचाने के लिए एक निर्दोष कर्मचारी की ही बलि चढ़ा दी।
कार्यपरिषद सदस्य ने जताई नाराजगी
परीक्षा परिणाम में छोड़छाड़ करने को लेकर राज्यपाल कोटे की कार्यपरिषद् सदस्य डॉ. कविता रायकवार ने कुलपति व कुलसचिव को पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने कहा है कि इस प्रकार की धांधली विश्वविद्यालय में बिल्कुल बर्दाशत नहीं की जाएगी। इस पूरे मामले की जांच के लिए एक कमेटी बनाकर उच्च स्तरीय जांच करवाई जाए, साथ ही जो भी अधिकारी दोषी है, उस पर सख्त कार्रवाई की जाए।