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'आप' में अभी कितने दाग और!

आप में अभी कितने दाग और!
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'आप' में अभी कितने दाग और!

*दिनेश राव
देश की राजधानी दिल्ली ही नहीं अपितु समूचा देश स्तब्ध और हैरान है। एक आंदोलन की कोख से जन्मे राजनीतिक दल में इतनी तेजी से गिरावट आएगी इसका अनुमान दिल्लीवासियों ने नहीं लगाया था। चुनाव के दौरान अरविंद केजरीवाल खुद को अराजकतावादी कहते थे, आज यह दिखाई दे रहा है। एक के बाद एक मंत्री और विधायकों का घोटाले और अनैतिक कामों में लिप्त पाया जाना साफ दर्शाता है कि पार्टी अपने अंत की और है।


भ्रष्टाचार को समाप्त करने तथा नैतिकता की बड़ी बड़ी बातें कर दिल्ली के मुख्यमंत्री जनता का जबरदस्त समर्थन प्राप्त कर सत्ता की कुर्सी तक पहुंचे, अब उन्हीं के साथी एक-एक कर भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरकर सत्ता से बाहर होते जा रहे हैं। क्या मंत्री क्या विधायक और क्या उनकी पार्टी के कार्यकर्ता एक के बाद एक जनता की नजरों से उतरते जा रहे हैं। फरवरी 2015 को जब अरविंद केजरीवाल ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी, तब खुद अरविन्द केजरीवाल ने मंत्रिमंडल में शामिल मंत्रियों व विधायकों को बेदाग चरित्र का बताते हुए बड़े बड़े दावे ठोके थे, लेकिन इन डेढ़ सालों में तीन मंत्री जहां भ्रष्टाचार व चरित्रहीन होने के आरोप में मंत्री पद गंवा चुके हैं, वहीं उनके 11 विधायक किसी न किसी कारणवश जेल जाकर पार्टी की साफ छवि होने के ढोंग को उजागर कर चुके हैं।

दिल्ली में जबसे अरविंद केजरीवाल की सरकार बनी है तब से दिल्ली शांत नहीं हैं। आए दिन कोई न मुद्दा बहस का मुद्दा बनता रहा है।

कभी सरकार व उपराज्यपाल के बीच अधिकारों को लेकर तनातनी तो कभी पार्टी के विधायक या कार्यकर्ताओं की करतूतों के कारण दिल्ली अशांत ही रही। केबिनेट मंत्री संदीप कुमार ने तो हद ही कर दी। अपनी पत्नी के प्रति वफादारी व्यक्त कर यह कहने वाले संदीप कुमार कि वे घर से निकलते समय अपनी पत्नी के पैर छूकर आर्शीवाद लेते हैं, दो दो महिलाओं के साथ अनैतिक कृत्य करते हुए एक सीडी में दिखाई दे रहे हैं। निर्भया कांड से दिल्ली जितनी शर्मसार नहीं हुई होगी उतनी इस मंत्री की करतूतों के कारण आज बदनाम होती जा रही है। चारों ओर इसी बात की चर्चा है कि आखिरकार ऐसा कब तक चलेगा और कब तक केजरीवाल अपने मंत्रियों की बलि चढ़ाते हुए आप पर लगने वाले दागों को धोते रहेंगे। संदीप कुमार की बर्खास्तगी को लेकर मुख्यमंत्री जिस तरह से उन्हें बचाने में लगे रहे, उससे उनकी नैतिकता पर भी सवाल उठ रहे हैं। ताल ठोक कर अरविंद केजरीवाल अपने मंत्रियों के बेदाग होने की दुहाई देते रहे हैं, लेकिन जब संदीप कुमार का मामला सामने आया तो वह पंद्रह दिन तक इस सीडी को दबाए बैठे रहे। मामला तब उजागर हुआ जब यही सीडी उपराज्यपाल नजीब जंग के पास पहुंच गई।

दबाव बढ़ा तो यह कहा गया कि महज नौ घंटे में केजरीवाल ने अपने मंत्री को बर्खास्त कर दिया। अच्छा तो तब होता जब केजरीवाल सीडी मिलते ही अपने मंत्री को बर्खास्त कर देते। संदीप कुमार पहले मंत्री नहीं है जिन्हें मंत्री पद से हाथ धोना पड़ा हो, इससे पहले फर्जी अंकसूची के मामले में दिल्ली के कानून मंत्री जितेंद्र कुमार जेल में हैं, उससे पहले भ्रष्टाचार के आरोप में फंसे असीन अहमद भी जेल में है। अब एक तीसरे मंत्री संदीप कुमार चरित्रहीनता के आरोप में जेल जाने की तैयारी में। मंत्री ही नहीं लगभग एक दर्जन से अधिक विधायकों के साथ साथ आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता किसी न किसी कारण से गिरफ्तार हो चुके हैं। आम आदमी पार्टी के विधायक जितेंद्र सिंह तोमर फर्जी डिग्री केस में जून 2015 में गिरफ्तार हुए। यह मामला शांत हुआ तो एक माह बाद ही मनोज कुमार धोखाधड़ी के एक मामले में धर दबोचे गए। सुरिंदर सिंह को मारपीट के मामले में इसी साल एक माह के अंदर ही गिरफ्तार होना पड़ा। सोमनाथ भारती अपनी पत्नी पर किए गए अत्याचार के कारण सितंबर 2015 में गिरफ्तार हुए।

अखिलेश त्रिपाठी दंगे कराने के आरोप में पिछले साल गिरफ्तार हुए। इसी कड़ी में एक और विधायक महेंद्र यादव जनवरी 2016 में गिरफ्तार हुए, जगदीप सिंह मारपीट, दिनेश मोहनिया बुजुर्ग से मारपीट, महेंद्र यादव दंगा कराने, अमानतुल्ला खान महिला को धमकाने के मामले में, नरेश यादव पंजाब में धार्मिक ग्रंथ के अपमान के आरोप में गिरफ्तार हो चुके हैं। बहरहाल आप का चरित्र उजागर हो चुका है, जिस पार्टी के तीन तीन मंत्री व एक दर्जन से अधिक विधायक व कार्यकर्ता गिरफ्तार हो चुके हैं, ऐसी पार्टी से भ्रष्टाचार रहित शासन की उम्मीद कैसे की जा सकती है। जिस पार्टी का मंत्री चरित्रहीनता के आरोप में जेल जाने की तैयारी में हो, ऐसी पार्टी से महिलाओं की सुरक्षा की उम्मीद कैसे की जा सकती है। इस पर अब दिल्ली की जनता को जवाब देना होगा। आखिर कब तक दिल्ली की जनता के विश्वास का खून होता रहेगा।

पन्द्रह दिनों से सेक्स सीडी दबाए बैठे थे केजरीवाल!
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सेक्स कांड में फंसे अपने मंत्री संदीप कुमार को हटाकर अपनी पीठ थपथपा रहे हैं, लेकिन पता चला है केजरीवाल पिछले 15 दिन से मामले को दबाने में जुटे थे। उनके पास यह सीडी करीब 15 दिन पहले ही पहुंच गई थी। उसके बाद उन्होंने कई दौर में संदीप कुमार से बात भी की। केजरीवाल को पूरी उम्मीद थी कि सीडी मीडिया तक नहीं पहुंचेगी। जब मामला मीडिया में आ गया तो केजरीवाल को मजबूरी में उन्हें पद से हटाना पड़ा। हैरत की बात है कि मुख्यमंत्री ने झूठ बोला कि उन्हें यह सीडी अभी-अभी मिली है और वो 30 मिनट के अंदर मंत्री को हटा रहे हैं। केजरीवाल पिछले कुछ समय से मामला रफा-दफा करने में जुटे थे।

Updated : 2 Sep 2016 12:00 AM GMT
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