इसरो ने एक साथ 20 सैटेलाइट लॉन्च कर इतिहास रचा

इसरो ने एक साथ 20 सैटेलाइट लॉन्च कर इतिहास रचा
नई दिल्ली। इसरो ने आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन स्पेस सेंटर से पीएसएलवी लॉन्च में एक साथ 20 उपग्रहों को भेजकर रिकॉर्ड कायम किया है। इसरो के अध्यक्ष किरण कुमार ने कहा, 'पीएसएलवी ने अपना काम कर दिया है और 20 उपग्रह कक्षा में स्थापित हो गए हैं।
पोलर सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल (पीएसएलवी) अपने 36वें प्रक्षेपण के दौरान 20 उपग्रहों को अंतरिक्ष में ले गया, जिसकी लागत अन्य अंतरिक्ष एजेंसियों की तुलना में 10 गुना कम है। 320 टन वज़न वाला पीएसएलवी बुधवार को कनाडा, इंडोनेशिया, जर्मनी और अमेरिका आदि देशों के 17 छोटे उपग्रह अंतरिक्ष में ले गया, लेकिन इस लॉन्च का सबसे प्रमुख उपग्रह 727 किलोग्राम वज़न का पृथ्वी की निगरानी करने वाला भारतीय 'कार्टोसैट' है, जो सब-मीटर रिसॉल्यूशन में तस्वीरें खींच सकता है।
इनके अलावा इसी लॉन्च में दो अन्य भारतीय 'सत्यभामासैट' और 'स्वयं' भी अंतरिक्ष में भेजे गए। इसरो ने भारत-अमेरिका मित्रता के प्रतीक के रूप में 13 अमेरिका-निर्मित छोटे उपग्रहों को अंतरिक्ष में भेजा है, जिनमें गूगल के मालिकाना हक वाली कंपनी टेरा बेला द्वारा बनाया गया पृथ्वी की तस्वीरें खींचने वाला उपग्रह भी शामिल है। 110 किलोग्राम वज़न का गूगल का यह सैटेलाइट स्काईसैट जेन-2 सब-मीटर रिसॉल्यूशन की तस्वीरें खींचने तथा हाई-डेफिनिशन वीडियो बनाने में सक्षम है।
वर्ष 2008 में 28 अप्रैल को इसरो ने एक ही बार में पीएसएलवी के साथ 10 उपग्रहों को अंतरिक्ष में भेजने का विश्वरिकॉर्ड बनाया था।
वर्ष 2013 में अमेरिकी मिनोटॉर-1 रॉकेट ने यह रिकॉर्ड तोड़ दिया और एक साथ 29 उपग्रह ले गया। फिर अगले ही साल रूस ने रिकॉर्ड पर कब्जा कर लिया, जब उन्होंने डीएनईपीआर रॉकेट के ज़रिये एक साथ 33 उपग्रह अंतरिक्ष में भेजे।
इसरो इस लॉन्च के साथ ही अरबपतियों एलॉन मस्क और जेफ बेज़ोस की कंपनियों के मुकाबले में पहुंच जाएगा, जिन्होंने कहीं कम कीमतों में लॉन्च की पेशकश देकर अंतरिक्ष प्रक्षेपण के उद्योग में दस्तक दी है। इसरो अब तक लगभग 20 अलग-अलग देशों के 57 उपग्रहों को लॉन्च कर चुका है, और इसके ज़रिये उसने अब तक 10 करोड़ अमेरिकी डॉलर कमाए हैं।