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सावधान! जंक फूड से हो सकता है हृदय रोग

सावधान! जंक फूड से हो सकता है हृदय रोग
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कम खाएं पिज़्ज़ा बर्गर और पेटीज

ग्वालियर। पहले मैगी और फिर ब्रेड जांच में दोनों में ही स्वास्थ्य के लिए हानिकारक कैमिकल की मिलावट का खुलासा हुआ है। इसे लेकर यह संदेह पैदा होने लगा है कि कहीं जंकफूड में भी ऐसी मिलावट तो नहीं है जो व्यक्ति को जानलेवा बीमारी का शिकार बना दे। यूं तो स्वास्थ्य की दृष्टि से हरी सब्जियां, दूध, फल और मेवा बहुत उपयोगी हैं, लेकिन आज इनकी जगह जंक फूड ने ले ली है। आमतौर पर लोग हेल्दी फूड की जगह फास्ट फूड खाना अधिक पसंद करते हैं। जंक फूड का सेवन करने वालों में बच्चे एवं युवाओं की संख्या सबसे अधिक है।

जानकारी के अनुसार चिकित्सकों की मानें तो जंक फूड खाने से मोटापा बढ़ता है। इसमेंं कार्बोहाइड्रेट, वसा और शर्करा होती है जो मोटापे को बढ़ाने के साथ ही ह्रदय रोग, लीवर की खराबी सहित अन्य जानलेवा बीमारियों का कारण बन सकती है। जंक फूड में पिज्जा, बर्गर, चिप्स, चॉकलेट और पेटीज आदि मुख्य रूप से शामिल हैं।

उल्लेखनीय है कि जांच रिपोर्ट मेें जानलेवा बताए जाने के बावजूद बिना जांचे-परखे शहर में ब्रेड बिना रोक-टोक बिक रही है। इसी तरह शहर में हर चौराहे पर जंक फूड भी बिक रहे हैं, जिनका अधिक मात्रा में उपयोग स्वास्थ्य की दृष्टि से बहुत ही खतरनाक है। जानकारों की माने तो जंक फूड जल्दी तैयार हो जाते हैं और खाने में स्वादिष्ट भी होते हैं, इसलिए लोग जंक फूड को अधिक पसंद करते हैं। इनमें मैदा की मात्रा अधिक होती है जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। इस तरह से जंक फूड का उपयोग लंबे समय तक करने से कई तरह की फिटनेस समस्याएं होने लगती हैं। जानकारों के अनुसार बर्गर में 150-200, पिज्जा में 300, शीतल पेय में 200 और पेस्ट्री, केक में लगभग 120 किलो कैलोरी होती है जो आजकल लोगों पर मोटापे के रूप में हावी हो रहा है।

गर्भावस्था में उपयोग घातक
अधिकतर देखने में आता है कि महिलाएं गर्भावस्था के दौरान भी जंक फूड का उपयोग करती हैं, जिसका सीधा असर गर्भ में पल रहे बच्चे पर पड़ता है। माता के जंक फूड के सेवन से बच्चे को किसी प्रकार के पोषक तत्व नहीं मिलते । परिणाम यह होता है कि जन्म लेने वाला बच्चा आजीवन मोटापे, हाई कोलेस्ट्रॉल व ब्लड शुगर से प्रभावित रहता है।

जंक फूड से होने बीमारियां
चिकित्सकों की मानें तो जंक फूड के उपयोग से मोटापा , हृदय रोग , मधुमेह , वजन बढऩा जैसी समस्याएं होती हैं। इसके साथ ही जंक फूड भूख तो तुरंत मिटाते हैं, लेकिन इसमें प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेड नहीं होता, जिससे शरीर को ऊर्जा नहीं मिलती। फलस्वरूप लोग थकान महसूस करने लगते हैं। वहीं जंक फूड खाने से भोजन को हजम करने की शक्ति कम हो जाती है। इसमें उपयोग किया गया तेल पेट में जाकर जमा हो जाता है जो पाचन क्रिया को प्रभावित करता है। जिस वजह से एसीडिटी की समस्या पैदा हो जाती है।

हृदय संबंधी बीमारी
जंक फूड खाने से दिल की बीमारी होने का खतरा बढ़ जाता है, क्योंकि जंक फूड में कोलेस्ट्रोल और ट्राइग्लिसेराइड प्रचुर मात्रा में होता है। इससे मोटापा बढऩे की आशंका रहती है।
लीवर:- इसमें जो ट्रांस फैट होता है वह लीवर में जमा होता है, जिसके फलस्वरूप लीवर के सामान्य कार्य में बाधा उत्पन्न होती है।
कैंसर- हाल के अनुसंधान से पता चला है कि उच्च मात्रा में शुगर और फैट युक्त खाना खाने से कैंसर होने की संभावना बढ़ जाती है।
बच्चों के साथ यह रखें सावधानी

जंक फूड को घर में कम रखें।
बच्चों को स्नेक्स आदि के साथ जूस अधिक दें।
घर में बनी वस्तुएं ही बदल-बदल कर खाने के लिए दें।
सलाद आदि का सेवन अधिक कराएं।
बढ़ती उम्र के साथ जंक फूड की जगह अन्य वस्तुओं का सेवन कराएं।

'जंक फूड के सेवन से मोटापे संबंधी बीमारियां अधिक होती हैं। इसके उपयोग से पेट जल्दी भर जाता है और भूख भी कम लगती है। जंक फूड का उपयोग कम से कम ही करना चाहिए।'

डॉ. मनीष शर्मा
सहायक प्राध्यापक, मेडीसिन विभाग, जीआरएमसी

Updated : 31 May 2016 12:00 AM GMT
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