आसमान से बरसी आग, पारा 47के पास

बुधवार सबसे गर्म, टूटा तीन साल का रिकार्ड
ग्वालियर। मई की गर्मी ने आज पिछले तीन साल का रिकार्ड तोड़ दिया। बुधवार 18 मई का दिन न केवल इस सीजन का अपितु पिछले तीन साल का सबसे गर्म दिन साबित हुआ। अधिकतम पारा आज 46.4 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। मौसम विभाग के अनुसार इससे पहले मई में सर्वाधिक अधिकतम पारा वर्ष 2012 में 31 मई को 47.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि फिलहाल हीट वेव यानी लू का असर जारी रहेगा और गुरुवार को अधिकतम पारा 47 डिग्री को पार कर सकता है। इंसान हों या पशु-पक्षी। मई की गर्मी इस बार सभी पर कहर ढा रही है। पिछले एक सप्ताह से पारा 44 डिग्री सेल्सियस से ऊपर ही दर्ज हो रहा है। ऊपर से राजस्थान की ओर से हा रही गर्म हवाएं भी कहर बरपा रही हैं। इसके चलते पूर्वान्ह 11 से शाम पांच बजे तक शहर के बाजारों से लेकर पार्क, पर्यटन स्थल और आबादी क्षेत्रों में अघोषित कफ्र्यू जैसे हालात बने नजर आते हैं।
शाम ढलने के बाद ही शहर में चहल-पहल दिखाई देती है। भीषण गर्मी के इन दिनों में पक्षियों का कलरव केवल सुबह और शाम को सुनाई देता है। दोपहर के समय में पक्षी अपने घौंसलों में छिपे रहते हैं। आए दिन शहर की सड़कों पर घूमने वाले आवारा पशु भी इन दिनों गर्मी से बचने के लिए दोपहर में कहीं उपयुक्त स्थानों पर छिपे रहते हैं। यह आवारा जानवर केवल सुबह और शाम के समय ही भोजन-पानी की तलाश में सड़कों पर विचरण करते दिखाई देते हैं।
रेड अलर्ट वार्निंग
नई दिल्ली। मौसम विभाग ने पूरे उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत के राज्यों में रेड अलर्ट वार्निंग जारी कर दी है। अगले तीन दिन तक भयंकर लू चलने की भी चेतावनी दी गई है।। मौसम विभाग ने कहा है कि अगले तीन दिन तक गर्मी में कोई राहत की उम्मीद नहीं है। मौसम विभाग ने उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, दिल्ली, गुजरात, महाराष्ट्र के लिए हाई अलर्ट जारी किया है। कई शहरों जैसे इलाहबाद, दिल्ली का पारा 47 डिग्री तक पहुंच चुका है।
गर्मी ने दिखाया प्रचंड रूप
उत्तर और मध्य भारत के राज्यों उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, मध्य प्रदेश और हरियाणा में बुधवार को गर्मी ने अपना प्रचंड रूप दिखाया। गुजरात के अहमदाबाद में पारा पिछले साल दस साल का रिकॉर्ड तोड़ते हुए 46.9 डिग्री तक पहुंच गया। राजस्थान के बाड़मेर, जैसलमेर, गंगानगर और बीकानेर का तापमान तो 47 से 50 डिग्री के बीच रहा। उत्तर पश्चिम, पश्चिम और मध्य भारत के इलाकों में 27 मई तक अधिकतम और न्यूनतम तापमान सामान्य से कई डिग्री रहने का अनुमान है। अभी ऐसा कोई सिस्टम बनता नहीं दिखा रहा जिससे बारिश की उम्मीद बनें।
इसलिए गर्म है ग्वालियर
भोपाल के मौसम विज्ञानी उमाशंकर चौकसे ने बताया कि ग्वालियर चूंकि पथरीला और पहाड़ी इलाका है। सूरज की तपन से पथरीली धरती तेजी से गर्म होती है। इसके अलावा राजस्थान की ओर से गर्म हवाएं आ रही हैं, इसलिए ग्वालियर में अमूमन हर साल भीषण गर्मी पड़ती है। श्री चौकसे का कहना है कि इन दिनों हवाएं राजस्थान की ओर से आने तथा आसमान साफ रहने की वजह से फिलहाल गर्मी से राहत की उम्मीद नहीं है और हीट वेव अर्थात लू का प्रकोप बना रहेगा। उन्होंने बताया कि अगले 24 घण्टे में अधिकतम पारा 47 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है।