उद्योग व्यापार मण्डल के उपाध्यक्ष पर हमला
शहर के व्यापारी और आमजन असुरक्षित, अपराधियों के दिल से पुलिस का खौफ खत्म
ग्वालियर। शहर में अपराध का स्तर चरम सीमा पर पहुंच गया है। अपराधियों के दिल से पुलिस और प्रशासन का खौफ पूर्णत: समाप्त हो गया है, जिसके चलते अपराधी तत्व प्रतिदिन हत्या, लूट और मारपीट जैसे अपराधों को अंजाम दे रहे हैं। शहर में बोरे में भरकर लाशों को फेंका जा रहा है। हाल ही में ऐसा ही एक मामला और प्रकाश मेें आया है, जिसमें मध्य क्षेत्रीय उद्योग व्यापार मण्डल के उपाध्यक्ष दिनेश रस्तोगी पर असामाजिक तत्वों द्वारा मामूली सी बात को लेकर हमला कर दिया गया, जिससे दिनेश रस्तोगी को चोटें आई हैं और वे भयभीत हैं। शहर मेंं बढ़ती आपराधिक घटनाओं के विरोध में बुधवार को मध्य क्षेत्रीय उद्योग व्यापार मण्डल के पदाधिकारियों ने पुलिस अधीक्षक हरीनारायणचारी मिश्रा को ज्ञापन सौंपा है। इस पर पुलिस अधीक्षक ने व्यापारियों को भरोसा दिलाया कि कथित बदमाशों के खिलाफ समुचित कार्रवाई की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि विगत सोमवार 29 फरवरी को शाम 7.30 बजे दिनेश रस्तोगी गुब्बारा फाटख लोहिया बाजार से अपना कारखाना बंद कर छप्परवाला पुल स्थित अपने घर पहुंचे, जहां एक लड़का शराब की बोतल लिए घर के दरवाजे पर लघुशंका कर रहा था। मना करने पर उक्त लड़के ने अपने साथियों से मिलकर दिनेश रस्तोगी के साथ मारपीट कर दी और जान से मारने की धमकी भी दी। शहर में हो रही इस प्रकार की घटनाओं से व्यापारी और आमजन भयभीत हैं। हालत यह है कि रात्रि के समय घर से लोगों का निकलना तक मुश्किल हो गया है। ज्ञापन देते समय व्यापारियों ने पुलिस अधीक्षक से बदमाशों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई करने की मांग की। पुलिस अधिक्षक को ज्ञापन देने वालों में मनीष बांदिल, अशोक बिंदल, उमेश जैन, मनोज अग्रवाल, रामबावू अग्रवाल, रविन्द्र नायक, ओ.पी. जैन, पंकज रस्तोगी, संजीव रस्तोगी एवं अनंत रोहतगी आदि शामिल हैं।
शिन्दे की छावनी और छप्परवाला पुल बना अपराधियों का अड्डा
शिन्दे की छावनी और छप्परवाला पुल के आसपास का क्षेत्र अपराधियों का अड्डा बन गया है। इस क्षेत्र में शराब और मांस आदि की दुकानें होने के कारण यहां अपराधियों का जमावड़ा लगा रहता है। पुलिस की कमजोरी के कारण उक्त क्षेत्रों में अपराधी खुलेआम घूमते हैं और आपराधिक घटनाओं को अंजाम देते हैं। जिससे स्थानीय नागरिकों का यहां रहना तक मुश्किल हो गया है।
मैं हार्ट का मरीज हूं
दिनेश रस्तोगी ने स्वदेश से चर्चा करते हुए बताया कि मैं हार्ट और बीपी का मरीज हूं। इस घटना से मेरी हालत खराब हो गई है। अब तो रात्रि में अपने घर जाने से भी डर लगने लगा है। श्री रस्तोगी ने कहा कि पुलिस को इस प्रकार के आपराधिक मामलों पर कार्रवाई कर अपराधियों को पकडऩा चाहिए। उन्होंने कहा कि पुलिस को उक्त क्षेत्र में अपनी गश्त बढ़ानी होगी। उन्होंने बताया कि पुलिस द्वारा इस मामले में प्राथमिकी दर्ज करने से मना करने पर लिखित आवेदन दिया है।
केवल दिखावा है पुलिस का गश्त
मध्य क्षेत्रीय उद्योग व्यापार मण्डल के अध्यक्ष आर.के. खेतान ने कहा कि पुलिस का गश्त केवल दिखावा है। गश्त होने के बाद भी लोगों की लाशों को बोरों में भरकर सड़कों पर फेंका जा रहा है। गश्त होने के बाद भी आपराधिक घटनाएं और सट्टे का कारोबार शहर में खुलेआम हो रहा है। उन्होंने कहा कि पुलिस को आश्वासन देने की नहीं ठोस कार्रवाई करने की जरूरत है।
खत्म हो चुका है पुलिस का खौफ
मध्य क्षेत्रीय उद्योग व्यापार मण्डल के सचिव पवन माथुर ने कहा कि शहर में अपराधियों के दिल से पुलिस का खौफ खत्म हो चुका है। स्थिति यह है कि पुलिस के रवैये से आमजन और व्यापारी थाने में जाने से घबराने लगे हैं। वर्तमान में बढ़ती आपराधिक घटनाओं से शहर की स्थिति खराब होती जा रही है।
इन्होंने कहा
'इस मामले को लेकर हमने पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखा है। चेम्बर शहर के व्यापारियों के साथ है। इस मामले पर हमारी नजर है।'
डॉ. प्रवीण अग्रवाल
सचिव, चेम्बर ऑफ कॉमर्स