आतंकी मसूद ने पाक को धमकाया, कहा- देश को भारत से बचाते हैं जिहादी!

नई दिल्ली। पठानकोट आतंकी हमले की जांच को लेकर भले ही पाकिस्तान अपनी एसआईटी भारत भेज रहा है, लेकिन पाकिस्तान अपने ही मुल्क में इस हमले के मास्टरमाइंड मौलाना मसूद अजहर पर लगाम लगाने में नाकाम है। आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद का मुखिया मसूद अजहर एक बार फिर से सक्रिय हो गया है। जैश का मुखपत्र कही जाने वाली ऑनलाइन वीकली मैगजीन अल कलाम एक बार फिर से शुरू हो गई है। इस पत्रिका में मसूद अजहर ने भी लेख लिखा है जिसमें उसने भारत के दबाव में कार्रवाई करने पर पाकिस्तान को धमकाया है।
क्या पठानकोट आतंकी हमले की जांच के लिए वाकई गंभीर है पाकिस्तान, क्या पठानकोट हमले की जांच के लिए भारत आ रहा पाकिस्तान का संयुक्त जांच दल महज दिखावा तो नहीं और क्या पाकिस्तान अपनी सरजमीं पर पनप रहे आतंकवाद पर लगाम लगाने को लेकर कभी गंभीर नहीं होगा? ये सवाल इसलिए उठ रहे हैं क्योंकि पठानकोट हमले के लिए जिम्मेदार पाकिस्तान का आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद अब भी बिना किसी परेशानी के अपनी गतिविधियों को अंजाम दे रहा है।
आतंकी मसूद अजहर ने पाक को धमकाया, कहा- देश को भारत से बचाते हैं जिहादी! ऑनलाइन वीकली मैगजीन अल कलाम एक बार फिर से शुरू हो गई है। इस पत्रिका में मसूद अजहर ने भी लेख लिखा है जिसमें उसने भारत के दबाव में कार्रवाई करने पर पाकिस्तान को धमकाया है।
इसका ताजा सबूत है जैश-ए-मोहम्मद की ऑनलाइन मैगजीन अल-कलाम का फिर से शुरू होना। 2 जनवरी को पठानकोट में एयरबेस पर हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तानी एजेंसियों ने जैश के इंटरनेट ऑपरेशन्स को बंद कर दिया था। लेकिन, पठानकोट हमले के महज 8 हफ्ते बाद आतंकी संगठन जैश फिर से इंटरनेट पर सक्रिय हो गया है।
भारतीय खुफिया एजेंसियों के सूत्रों के मुताबिक, जैश ए मोहम्मद की ऑनलाइन मैगजीन अल कलाम के दोबारा शुरू होने का मतलब ये है कि ये आतंकी संगठन पाकिस्तान में अब भी बिना किसी परेशानी के अपनी हरकतों को अंजाम दे रहा है। ये चौंकाने वाली बात तब सामने आई है जब गुरुवार को ही विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने नेपाल के पोखरा में कहा कि पठानकोट हमले की जांच के लिए पाकिस्तान का संयुक्त जांच दल 27 मार्च को भारत आएगा।
अल कलाम के ताजा एडिशन में जैश ए मोहम्मद के सरगना मौलाना मसूद अजहर का भी लेख शामिल है। हर बार की तरह पत्रिका में मसूद अजहर का लेख सबसे ऊपर है। जिसका शीर्षक है- मोहब्बत का जमाना आ गया है और इसमें बतौर लेखक 'सैदी' नाम दिया गया है जो कि कई वर्षों से मसूद अजहर का पेन नेम है।
लेख के जरिए मसूद अजहर ने अपने समर्थकों से कहा कि उन्हें सरकार के जिहाद विरोधी अभियान से परेशान होने या डरने की जरूरत नहीं है। इसी लेख में उसने बताया है कि 2001 में भारतीय संसद पर आतंकी हमले के बाद परवेज मुशर्रफ ने उसे कैसे जेल भेजा था और उसके साथ कितना बुरा सलूक किया गया था।
भारत के खिलाफ हमेशा जहर उगलने वाले मसूद अजहर ने लेख के आखिर में पाकिस्तान सरकार को चेतावनी भी दी है। उसने कहा है कि पाकिस्तान सरकार को ये सोच लेना चाहिए कि वो जिहादियों के खिलाफ किस तरह की कार्रवाई कर रही है। मसूद के मुताबिक, सरकार को ये सोच लेना चाहिए कि जिहादी कैसे देश को भारत जैसे दुश्मन से बचाते हैं। उस भारत से जिसने अफगानिस्तान सरकार को तैयार किया है।
भारत में आतंकी हमलों की साजिश रचने वाला मसूद अजहर पाकिस्तान को भी बेखौफ होकर चेतावनी दे रहा है। हालांकि इस लेख में उसने भारत के खिलाफ कोई नया जहर नहीं उगला है लेकिन जैश की पत्रिका में उसके कुछ ऐसे पुराने भाषणों के लिंक्स दिए गए हैं, जो संसद हमले के दोषी अफजल गुरु पर दिए गए थे।
हैरानी की बात है कि पाकिस्तान के पीएम नवाज शरीफ के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज ने पिछले महीने ही कहा था कि मसूद अजहर को प्रोटेक्टटिव कस्टडी में रखा गया है। ऐसे में बड़ा सवाल ये है कि अगर मसूद अजहर पाकिस्तान सरकार की कस्टडी में है तो उसका लेख पत्रिका में कैसे छप गया? सूत्रों के मुताबिक मसूद अजहर फिलहाल इस्लामाबाद में आईएसआई के एक सेफ हाउस में है। पाकिस्तान के बहावलपुर में जैश का 16 एकड़ में मुख्यालय फैला है।
यहीं पर जैश के आतंकियों को ट्रेनिंग दी जाती है। यहां हर महीने जिहाद पर बैठकें हो रही हैं। यहां से कई वाहनों में आतंकी चोलिस्तान के रेगिस्तानी इलाके में जाकर हथियार चलाने की ट्रेनिंग लेने जाते देखे जा सकते हैं। पिछले हफ्ते ही बलूचिस्तान और कराची में जैश के काले लोगो वाले झंडे लहराते नजर आए थे।
मसूद अजहर वही आतंकी है, जिसे 1999 में हाईजैक हुए इंडियन एयरलाइन्स के प्लेन को छुड़ाने के लिए अफगानिस्तान के कंधार ले जाकर रिहा किया गया था। वहीं, इसी साल पठानकोट के एयरबेस पर हमला करने वाले आतंकियों ने पाकिस्तान के बहावलपुर में सैटेलाइट फोन के जरिए बातचीत की थी। पठानकोट हमले में सात सुरक्षा कर्मी शहीद हुए थे जबकि तीन दिनों तक चली जवाबी कार्रवाई में सुरक्षाबलों ने सभी छह आतंकी मार गिराए थे। एक तरफ पाकिस्तान पठानकोट हमले की जांच के लिए छह सदस्यों वाला संयुक्त जांच दल भारत भेज रहा है तो वहीं वो अपनी सरजमीं पर आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद पर लगाम लगाने में नाकाम साबित हो रहा है। यही नहीं, पठानकोट हमले के मास्टरमाइंड मसूद अजहर के खिलाफ कोई आरोप भी दाखिल नहीं किए हैं।